जाने उत्तराखंड के इन जिलो में भारी बारिश का यलो अलर्ट

मौसम विभाग ने रविवार को देहरादून समेत सात जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका जताई है। इसे लेकर यलो अलर्ट भी जारी किया है। अन्य इलाकों में गरज के साथ बौछारें और ओलावृष्टि की आशंका है। मौसम विज्ञान के अनुसार, रविवार को देहरादून, टिहरी, चमोली, नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। अन्य इलाकों में गरज के साथ बौछारें और ओलावृष्टि की आशंका है। इस दौरान लोगों को नदी-नालों के किनारे और संवेदनशील पर्वतीय क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है।

आज रविवार की सुबह की शुरुआत चटख धूप से हुई। हालांकि दोपहर बाद बारिश भी हुई। वहीं मौसम विभाग ने रविवार को देहरादून समेत सात जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका जताई है। इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। 

सिंचाई नहरों को बारिश से भारी नुकसान, किसान परेशान

बीते दिनों दून के ग्रामीण इलाकों में हुई भारी वर्षा से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जगह-जगह सिंचाई नहरों को बारिश से खासा नुकसान पहुंचा है। कहीं मलबा आने से तो कहीं नहरें क्षतिग्रस्त होने से खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। किसानों ने सरकार से नहरों को शीघ्र दुरुस्त कराने की मांग की है।

पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य बालावाला धनवीर सिंह राणा ने बताया कि बीते 19 अगस्त की रात को भारी वर्षा के कारण बांदल और सौंग नदी ने क्षेत्र में भारी तबाही मचाई। जिसमें कई मकान ढह गए थे और डेढ दर्जन मौत हुई थीं। इन नदियों से कलिंगा नहर के जिरये विभिन्न क्षेत्रों में सिंचाई की जाती है, लेकिन अचानक आई बाढ़ के कारण नहर कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई।

कलिंगा नहर से मालदेवता, केसरवाला, रायपुर नथुआवाला, बालावाला, मियांवाला, नकरौंदा, हर्रावाला, नेहरूग्राम, नत्थनपुर, नवादा, जोगीवाला, बद्रीपुर आदि क्षेत्रों में सिंचाई होती है। इन दिनों धान की फसल के लिए पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। पानी न मिलने के कारण धान की फसल अनेकों प्रकार की बीमारियों की चपेट में आ जाती हैं।

कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करने के तुरंत बाद धान की फसल को पानी की आवश्यकता होती है, ऐसे में वे कीटनाशक का प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं। जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान होने की आशंका है।

उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग अपनी तरफ से तो काफी कोशिश कर रहा है, पर अभी तक नहर दुरुस्त नहीं हो पाई है। उन्होंने सरकार और सिंचाई विभाग से कलिंगा नहर को जल्द से जल्द दुरुस्त करने की मांग की है।

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