ग्वालियर । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज (रविवार को) मध्य प्रदेश के एक दिवसीय प्रवास पर ग्वालियर आ रहे हैं। उप राष्ट्रपति धनखड़ महाराजबाड़ा में जीएसआई भूविज्ञान संग्रहालय (जियो साइंस म्यूजियम) का उद्घाटन और जीवाजी विश्वविद्यालय में महाराज श्रीमंत जीवाजी राव सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इस मौके पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया, केंद्रीय कोयला और खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर और भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के महानिदेशक असित साहा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, उप राष्ट्रपति धनखड़ का पूर्वान्ह 10.55 बजे वायुसेना के विशेष विमान द्वारा एयरबेस विमानतल पर आगमन होगा। वे यहां से सड़क मार्ग द्वारा रवाना होकर पूर्वान्ह 11.25 बजे महाराज बाड़ा पहुँचेंगे और जियो साइंस म्यूजियम का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद उप राष्ट्रपति पूर्वान्ह लगभग 11.45 बजे जीवाजी विश्वविद्यालय पहुँचकर महाराज श्रीमंत जीवाजीराव सिंधिया की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इस कार्यक्रम के पश्चात उप राष्ट्रपति धनखड़ दोपहर एक बजे जयविलास पैलेस पहुँचेंगे। जयविलास पैलेस से दोपहर 2 बजे रवाना होकर वायुसेना के विमानतल पर पहुँचेंगे और अपरान्ह लगभग 2.30 बजे वायुसेना के विशेष विमान द्वारा नई दिल्ली के लिये प्रस्थान करेंगे।
जनसम्पर्क अधिकारी घनश्याम सिरसाम ने बताया कि ग्वालियर का जीएसआई द्वारा निर्मित अत्याधुनिक संग्रहालय भूविज्ञान शिक्षा और जन सहभागिता का केंद्र बनने के लिए तैयार है। जीएसआई भूविज्ञान संग्रहालय भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण द्वारा पृथ्वी विज्ञान से जुड़ी अनूठी घटनाओं और गतिविधियों को दर्शाने की विशिष्ट पहल का प्रतिनिधित्व करते हुए लोगों में वैज्ञानिक सोच और ज्ञान-साझाकरण को बढ़ावा देता है।
उन्होंने बताया कि संग्रहालय में दो गैलरियां हैं, जिन्हें पृथ्वी, वायुमंडलीय और महासागर विज्ञान के साथ-साथ जीवन के विकास के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अत्याधुनिक प्रदर्शनियों, संवादात्मक गतिविधियों, दुर्लभ भूवैज्ञानिक नमूनों और मल्टीमीडिया डिस्प्ले के साथ, संग्रहालय शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, छात्रों और आम जनता को आकर्षित करेगा। ग्वालियर नगर निगम और राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम) के समन्वय से विकसित यह संग्रहालय भूविज्ञान के क्षेत्र में जानकारी को बढ़ावा देगा और पृथ्वी तथा इसके संसाधनों के बारे में जिज्ञासा उत्पन्न करने के लिए जीएसआई की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।