काठमांडू । चीन की तरफ से दलाई लामा के उत्तराधिकारी के रूप में घोषित पंचेन लामा की शुक्रवार को होने वाली नेपाल यात्रा की अनुमति रद्द कर दी गई है। चीन समर्थित पंचेन लामा के नेपाल आने की जानकारी लीक होने के बाद काठमांडू के कई राजनयिक ने इसका विरोध किया था। बीजिंग, पंचेन लामा को दलाई लामा का उत्तराधिकारी घोषित करना चाहता है लेकिन अमेरिका, यूरोप सहित अन्य पश्चिमी देशों के साथ-साथ निर्वासन में रहे तिब्बती शरणार्थी चीन की कोशिशों का कड़ा विरोध कर रहे हैं।
लुंबिनी में आयोजित बुद्धिज़्म कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए शुक्रवार को पंचेन लामा के चार्टर्ड विमान से चीन के छंगदू होते हुए काठमांडू आने की योजना थी। बताया जा रहा था कि छंगदू से सीधे भैरहवा अंतरराष्ट्रीय विमानस्थल पर आने के लिए चीनी दूतावास द्वारा नेपाल के विदेश मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय में अर्जी दी गयी थी। पंचेन लामा के नेपाल आने को लेकर दबाव के बीच सरकार ने उनकी यात्रा की अनुमति को रद्द करने का निर्णय लिया है।
बुधवार को पंचेन लामा के नेपाल आने की खबर विभिन्न मीडिया में आने के बाद से ही नेपाल के विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय पर यह दबाव बनाया जा रहा था कि लामा के नेपाल भ्रमण से कई देशों के साथ संबंध पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। विदेश मंत्रालय के सचिव अमृत राई ने बताया कि पंचेन लामा के नेपाल भ्रमण को लेकर उनके पास कोई जानकारी नहीं थी इसलिए उन्होंने पत्र लिख कर इस मामले में गृह मंत्रालय और पर्यटन तथा संस्कृति मंत्रालय से जवाब तलब किया है।
हालांकि गृह मंत्री रमेश लेखक ने इस बारे में अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा कि वो पिछले कई दिनों से काठमांडू से बाहर हैं और उनकी जानकारी में पंचेन लामा के नेपाल भ्रमण की अनुमति देने को लेकर कोई जानकारी नहीं है। लेकिन जानकारों का कहना है कि बिना गृह मंत्रालय के अनुमति के उनकी यात्रा का तय होना असंभव है। इमिग्रेशन विभाग ही उनकी यात्रा की अनुमति देता है जो कि गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
इस कार्यक्रम के आयोजक लुंबिनी विकास कोष के उपाध्यक्ष ल्हारक्यार लामा ने इसके लिए सीधे प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया है। उनका दावा है कि प्रधानमंत्री की अनुमति के बाद ही यह कार्यक्रम तय किया गया और विवादित चीनी धर्मगुरू के कार्यक्रम में शिरकत करने की जानकारी भी पीएम की तरफ से ही उन्हें दी गई थी। उन्होंने आज पत्रकारों को बुलाकर कहा कि शायद अब पंचेन लामा की यात्रा न हो पाए क्योंकि उनकी यात्रा के लिए गृह मंत्रालय की तरफ से जो अनुमति दी गई थी उसे रद्द कर दिया गया है।