लखनऊ । उप्र विधानसभा घेरने के लिए जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर अस्थाई रुप से इकोगार्डन में बनाये गये जेल भेज दिया। कांग्रेस नेता जैसे ही तय समय पर प्रदेश कार्यालय से विधानसभा घेराव करने के लिए निकले, वैसे ही पुलिस अधिकारियों ने प्रदेश कार्यालय पर ही उन्हें रोक लिया। इसके बाद काफी देर तक तूं-तूं, मैं-मैं हुई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और राष्ट्रीय महासचिव व उप्र प्रभारी अविनश पांडेय ने कहा कि सरकार प्रशासन के दम पर लोकतंत्र का गला घोंट रही है। यहां किसी को आवाज उठाने की भी इजाजत नहीं है।
उधर दूसरी तरफ यूपी कांग्रेस के विधानसभा घेराव को लेकर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा में फूट हो चुकी है। संभल मामले में भी दो धड़ों में सपा और कांग्रेस बंटे नजर आ रहे हैं। सपा और कांग्रेस दोनों जनाधार खो चुके हैं। इनको जनता भी समझ चुकी है। आने वाले चुनाव में ये शून्य पर सिमट जाएंगे।
उधर, कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हमें अपनी बात रखने और प्रदर्शन करने का अधिकार है। प्रदर्शन में सपा के साथ होने की बात पर उन्होंने कहा इस बारे में हमसे मत पूछें। ज्ञात हो कि कांग्रेस पार्टी के विधानसभा घेराव के ऐलान के बाद कांग्रेसी नेताओं का लखनऊ पहुंचना शुरू हो गया है। इस दौरान उन्हें रोकने के लिए जिलों में कांग्रेस नेताओं को हाउस अरेस्ट किया जा रहा है और जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है। वहीं, लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) के जवानों की तैनाती कर दी गई है।
इसके पहले बुधवार सुबह जैसे ही कांग्रेसी नेताओं का लखनऊ पहुंचना शुरू हुआ। उन्हें रोकने के लिए जिलों में कांग्रेस नेताओं को हाउस अरेस्ट किया जा रहा है और जगह-जगह बैरीकेडिंग कर दी गई। लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) के जवानों की तैनाती कर दी गई। कांग्रेस कार्यालय के बाहर मौजूद नेताओं की गिरफ्तारी की तैयारी शुरू कर दी गई।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा
इससे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि नुकीली बैरीकेडिंग लगाकर प्रशासन हमारे कार्यकर्ताओं को रोक रहा है। ये ‘भाले’ हमारे कार्यकर्ताओं को गंभीर चोट पहुंचाएंगे। ऐसा पहली बार हो रहा है। ये सरकार हमारे कार्यकर्ताओं को मारना चाहती है। हमारे कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है लेकिन हम इस सबके बाद भी विधानसभा में प्रवेश करेंगे। इस बीच पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, निवर्तमान प्रदेश महासचिव संगठन अनिल यादव, दिनेश सिंह सहित दो दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं को नोटिस भेजा है। इन नेताओं के घर पर शाम से ही पुलिस का पहरा लगा दिया है।
‘भाजपा सरकार की नाकामी’
अजय राय ने कहा कि भाजपा सरकार की नाकामी को देखते हुए विधान सभा घेराव का कार्यक्रम तय किया गया है। विभिन्न जिलों से हजारों कार्यकर्ता लखनऊ पहुंच चुके हैं। वे पुलिस प्रशासन के इस दमनकारी रवैया से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे मोदी सरकार ने किसानों को रोकने के लिए कांटों की दीवार खड़ी की थी वैसे ही योगी सरकार ने विधानसभा घेरने जाने वाले कांग्रेसजनों की राहों पर कांटे बिछा दिए हैं। किंतु इस कायराना हरकत से हम डरने वाले नहीं हैं। ना ही ये कांटों वाले ऊंचे-ऊंचे बैरिकेड्स हमारे हौसले और हिम्मत को डिगा पाएंगे। हम इन कांटों को फूल समझकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे। हर हाल में हम विधानसभा का घेराव करके ही रहेंगे।