लखनऊ । सामाजिक विषमता व छुआछूत मिटाने के लिए विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) दलित बस्तियों में मकर संक्रान्ति के अवसर पर समरसता महायज्ञ व राम खिचड़ी सहभोज का आयोजन करेगी। जनवरी माह में सेवा बस्तियों में संतों की पदयात्राएं व समरसता संगोष्ठी भी होगी। यह जानकारी विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय मंत्री व सामाजिक समरसता अभियान के केन्द्रीय प्रमुख देवजी भाई रावत ने दी।
देवजी भाई रावत ने बताया कि `समरस समाज समर्थ भारत’ संदेश को लेकर सामाजिक समरसता अभियान की ओर से समरसता यात्राएं निकाली जा रही हैं। यात्राओं का उद्देश्य समाज में सामाजिक समरसता निर्माण करना है। इसका शुभारम्भ भोपाल से हो चुका है। उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य प्रान्तों में जनवरी में समरसता यात्रा निकाली जायेगी। यात्रा के दौरान अस्पृश्यता मुक्त भारत व समरसता युक्त भारत बनाने के लिए गांवों में जनता से संकल्प कराया जा रहा है।
देवजी भाई रावत ने बताया कि देश के सभी प्रान्तों में समरसता यात्रा निकालने की योजना है। एक यात्रा सात दिन की होती है। हर प्रान्त की यात्रा किसी न किसी संत या महापुरुष के नाम से निकाली जायेगी। यात्रा के दौरान प्रत्येक दिन पांच छह छोटे बड़े कार्यक्रम व नुक्कड़ सभा होगी। सभा के दौरान संतों के उद्बोधन होंगे। यात्रा के दौरान समरसता भोज भी होगा।
सामाजिक समरसता अभियान के सह प्रान्त प्रमुख धर्मेन्द्र कुशवाहा ने बताया कि अवध प्रान्त में 01 जनवरी से 07 जनवरी तक समरसता यात्रा निकाली जायेगी। यात्रा की सफलता के लिए अवध प्रान्त के सभी जिलों में समरसता टोली का गठन किया गया है। राम खिचड़ी सहभोज व समरसता यात्रा के माध्यम से समाज में जन जागरण की योजना बनाई गयी है।