नई दिल्ली । संसद सत्र के दाैरान राज्यसभा के सदन की बैठक बुधवार काे पक्ष-विपक्ष के सदस्यों के हंगामे की भेंट चढ़ गई। हंगामे के बीच उपसभापति ने सभा की बैठक पहले 12 बजे तक के लिए और बाद में गुरुवार तक के स्थगित कर दी।
आज सुबह उच्च सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता पक्ष की ओर से जॉर्ज सोरोस और कांग्रेस नेता के संबंधों पर चर्चा कराने की मांग को लेकर नारेबाजी की जाने लगी। इस हंगामे के बीच उपसभापति ने पहले सभा की बैठक 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। उसके बाद जैसे ही बैठक दोबारा शुरू हुई तो फिर से दोनों पक्ष हंगामा करने लगे।
बैठक शुरू होते ही किरेन रिजिजू ने सभापति के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव की निंदा करते हुए कहा कि राज्यसभा के सभापति हमारे मार्गदर्शक हैं। सदन के कामकाज को सही ढंग से चलाने के लिए हमें आसन की बात सुननी चाहिए। कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने हमेशा आसन का अपमान किया है। उन्हाेंने कहा कि धनखड़ एक गरीब परिवार से आते हैं। पहली बार जाट कम्युनिटी का कोई आदमी इस पद पर बैठा है, कांग्रेस इस बात काे पचा नहीं पा रही है।
केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई एजेंडा नहीं है और वह जॉर्ज सोरोस के गांधी परिवार से संबंधों से बचने के लिए इस याचिका का इस्तेमाल ध्यान भटकाने की रणनीति के तौर पर कर रही है। उन्होंने कहा कि सोरोस और कांग्रेस के बीच क्या संबंध है? इसका खुलासा होना चाहिए। कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए। लगातार हंगामा देखकर उपसभापति ने गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए उच्च सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।