लक्ष्मण झूला पुल कई महिनों से बंद है। पुल के बंद होने से स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अगर आप घूमने के लिए ऋषिकेश जा रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है।
अगर आप घूमने के लिए ऋषिकेश जा रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है। जी हां, ऋषिकेश का मुख्य आकर्षण माना जाने वाले लक्ष्मण झूला पुल कई महिनों से बंद है।
लक्ष्मण झूला पुल गंगा नदी के दूसरी ओर जाने के लिए सरल रास्ता था। इस पुल से न केवल पैदल, बल्कि दुपहिया वाहन से भी जाया जा सकता था। लेकिन अब इस पुल के बंद होने से स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कई किमी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा
लक्ष्मण झूला पुल बंद होने से लोगों को कई किमी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है। आज हम आपको उन चार रास्तों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे आप गंगा के पार पहुंच सकते हैं।
किन रास्तों से पहुंच सकते हैं गंगा पार
जानकी सेतु :
- पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने टिहरी-पौड़ी जिले की सीमा को जोड़ने वाले जानकी सेतु पुल का लोकार्पण किया था।
- इस पुल से ऋषिकेश से स्वर्गाश्रम और परमार्थ निकेतन यात्री आसानी से जा सकते हैं।
- गंगा के ऊपर बने इस पुल की लागत लगभग 49 करोड़ है और इसकी लंबाई 346 मीटर है।
राम झूला पुल:
- राम झूला पुल से आप गंगा नदी के दूसरी ओर जा सकते हैं।
- सप्ताहंत ऋषिकेश में पर्यटकों की भीड़ रहती है। जिससे इस पुल पर दबाव बन जाता है।
- आप इस पुल से पैदल ही जा सकते हैं।
गरुड़ चट्टी पुल:
- गरुड़ चट्टी पुल से भी ऋषिकेश बाजार में आया जा सकता है।
- यहां आप अपने चौपहिया वाहन से आ सकते हैं।
- हालांकि यहां से आने पर आपको करीब 10 किमी का अतिरिक्त सफर करना पड़ेगा।
राजाजी पार्क क्षेत्र:
- राजाजी पार्क क्षेत्र से आते हुए आप ऋषिकेश बैराज पुल से दूसरी ओर आवाजाही कर सकते हैं।
- यहां पर भी चौपहिया वाहनों की आवाजाही होती है।
- इस रास्ते से आने पर आपको करीब 25 किमी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ेगा।
लक्ष्मण झूला पुल का विकल्प बजरंग सेतु
लक्ष्मण झूला पुल के विकल्प के रूप में गंगा नदी पर उसी से पास बजरंग सेतु का निर्माण चल रहा है। 2023 जुलाई माह तक इसका निर्माण पूरा कर दिया जाएगा। यह पुल 133 मीटर लंबा और आठ मीटर चौड़ा होगा। इस पुल पर छोटे चौपहिया वाहन गुजर सकेंगे।