आईपीएल 2023 में भोजपुरी कमेंट्री लोगों को खूब पंसद आ रही है। भोजपुरी कमेंटेटर की कमेंट्री का लोग खूब आनन्द ले रहे हैं। इस सीजन 12 भाषाओं में आईपीएल कमेंट्री का प्रसारण किया जा रहा है।
आईपीएल 2023 में भोजपुरी कमेंट्री लोगों को खूब पंसद आ रही है। भोजपुरी कमेंटेटर की कमेंट्री का लोग खूब आनन्द ले रहे हैं। पंजाब और मुंबई के मैच में ऐसे कई मौके आए जब कमेंटेटर ने अपनी कमेंट्री से क्रिकेट फैंस को खूब हंसाया। मुंबई के जोफ्रा आर्चर की पिटाई पर कमेंटेटर ने कहा कि जोफ्रा आर्चर हथवा में तेल लगा के अइलन बाड़े, गेंदवा फिसल जाता हो।
दरअसल, आईएस बिंद्रा क्रिकेट स्टेडियम मोहाली में पंजाब किंग्स बनाम मुंबई इंडियंस के बीच आईपीएल का 46वां मैच खेला गया। मुंबई ने पंजाब को 6 विकेट से हराया। टॉस जीतकर मुंबई के कप्तान ने फील्डिंग करने का फैसाल किया। पंजाब ने 20 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 214 रन बनाए। जिसे मुंबई ने 18.5 गेंद पर चार विकेट खोकर हासिल कर लिया। सूर्या और ईशान ने अर्धशतकीय पारी खेली। वहीं, पंजाब के लिए लिविंगस्टन ने नाबाद 85 रन बनाए। जितेश शर्मा 49 रन बनाकर नाबाद लौटे। मुंबई के लिए सबसे महंगे गेंदबाज जोफ्रा ऑर्चर रहे।
मजेदार कमेंट्री ने बांधा समां
जोफ्रा आर्चर ने 4 ओवर में 56 रन लुटाए। जोफ्रा ने अपने पहले ओवर में मात्र 5 रन दिए। जब दूसरा ओवर करने आए तो 21 रन लुटा बैठे। इस ओवर में जितेश शर्मा ने 3 लगातार चौके लगाए। इसी ओवर में भोजपुरी कमेंटेटर ने कहा, “जोफ्रा आर्चर हथवा में तेल लगा के अइलन बाड़े, गेंदवा फिसल जाता।” दरअसल, कमेंटेटर का कहना था कि जोफ्रा लगातार फुलटॉस पर फुलटॉस गेंद कर रहे हैं, जिससे जितेश को शॉट खेलने में कोई गलती नहीं हो रही है।
12 भाषाओं में आईपीएल की कमेंट्री
ऐसे ही लिविंगस्टन के सिक्स मारने पर कहा, ‘दू तल्ला, तीन तल्ला, चांद के पार छक्का…बड़का-बड़का 7 छक्का लगइलन हा।’ वहीं, ईशान किशन के शॉर्ट मारने पर कहा, ‘निकल के मरले हवन….लाजवाब छक्का।’ कैमरून की बल्लेबाजी पर कहा, ‘खतरा से खेलत बाड़े…ग्रीन तो खाली भांजे ला..जौन भेटाई चौका-छक्का जाई, ना भेंटाई ता कुछ न होई।’
बता दें कि इससे पहले भी भोजपुरी कमेंट्री लोगों को खूब पसंद आई थी। जब भोजपुरी एक्टर रवि किशन और दिनेश लाल यादव ने मैच में कमेंट्री की थी। बता दें कि जिओ सिनेमा 12 भाषाओं में आईपीएल कमेंट्री का प्रसारण कर रहा है। यह आईपीएल इतिहास में पहली बार हो रहा है। इसका उद्देश्य अन्य भाषाओं को बढ़ावा देना है।