वाराणसी । यूपी कॉलेज की जमीन पर वक्फ बोर्ड के दावे को लेकर छिड़े रार के बीच छात्र भी खुल कर कालेज प्रबंधन के साथ खड़े हो गए है। कालेज परिसर में स्थित मजार के पास छात्रों ने मंगलवार को हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया तो विवाद की संभावना देख पुलिस अफसर फोर्स के साथ पहुंच गए। मजार से लेकर कालेज के मुख्य गेट तक पुलिस फोर्स सतर्क हो गई। छात्रों को मजार के पास हनुमान चालीसा पाठ न करने के लिए पुलिस अफसरों ने उन्हें समझाया। पुलिस छावनी में तब्दील परिसर में छात्र नेताओं ने भी अपनी बात अफसरों से रखी।
छात्रों ने कहा कि कॉलेज परिसर में मजार के पास अचानक धार्मिक गतिविधियां बढ़ गई है। इससे कालेज में अध्ययन का माहौल बिगड़ रहा है। छात्रों ने वहां लगे बैरिकेडिंग को हटाने की बात कही। अपर पुलिस आयुक्त डॉ एस चनप्पा और डीसीपी वरूणाजोन चंद्रकांत मीणा ने छात्र नेताओं की बातें ध्यान से सुनी। पुलिस अफसरों ने संवाद कर छात्रों को मनाया। इस दौरान छात्र नेताओं ने वक्फ बोर्ड के दावे पर नाराजगी जताई।
बताते चलें कि सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड ने 2018 में कॉलेज प्रशासन को नोटिस जारी करते हुए कॉलेज की उस जमीन को अपनी संपत्ति बताई थी, जहां मजार है। यूपी कॉलेज प्रशासन ने वक्फ बोर्ड के दावे को खारिज करते हुए बताया कि यह जमीन वर्ष 1909 में ट्रस्ट ने अधिग्रहीत कर ली थी। ट्रस्ट के गठन के एक साल के भीतर किसी भी प्रकार का दावा नहीं किया गया था। कालेज प्रशासन ने स्पष्ट किया कि विवादित स्थान पर मस्जिद नहीं, बल्कि मजार है। हाल के दिनों में एक बार फिर वक्फ बोर्ड का पुराना नोटिस वायरल होने के बाद से ही कॉलेज परिसर में तनाव है। परिसर में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस और पीएसी के जवानों की तैनाती कर दी गई है। खुफिया विभाग भी परिसर में सतर्क है। अफसर छात्रों से संवाद कर रहे है।