फराह खान ने साझा किया साउथ में काम करने का अनुभव, जानिये क्यों

फराह खान का कहना है कि साउथ सिनेमा में काम बहुत तेजी से होता है। वहां कलाकार भी सवेरे पांच बजे सेट पर पहुंच जाते हैं। फराह खान इंडस्ट्री की जानी-मानी कोरियोग्राफर हैं। उन्होंने वर्ष 1992 में फिल्म ‘जो जीता वही सिकंदर’ से बतौर कोरियोग्राफर डेब्यू किया था। फराह बॉलीवुड के साथ-साथ साउथ में भी काम कर चुकी हैं। हाल ही में उन्होंने साउथ फिल्म इंडस्ट्री में काम करने का अपना अनुभव साझा किया। भारती सिंह और हर्ष लिम्बाचिया संग बातचीत में मणिरत्नम और प्रियदर्शन के साथ काम करने की यादें ताजा कीं।

साउथ कलाकारों के लिए कही ये बात
फराह खान ने कहा कि वे लोग बहुत फास्ट हैं। उनका काम करने का स्टाइल बहुत तेज है, वे बिल्कुल भी समय बर्बाद नहीं करते हैं। फराह ने कहा कि वहां बहुत फटाफट फ्रेम सेट किया जाता है। वहां के कलाकार भी वक्त के पाबंद हैं, सुबह पांच बजे ही शूट के लिए आ जाते हैं। फराह ने कहा, ‘मैंने मणिरत्नम सर के साथ काफी काम किया है। मैंने ‘दिल से’ की और उससे पहले ‘इरुवर’ और ‘अलाई पयुथे’ की थी, जो ‘साथिया’ का साउथ वर्जन है’।

नागार्जुन ने बढ़ाई थी फीस
फराह खान ने कहा, ‘उनका काम करने का स्टाइल बिल्कुल अलग होता है और तर्क भी काफी अलग होते हैं। हमारे यहां (बॉलीवुड) सब कुछ इत्मीनान से होता है, लेकिन वहां ऐसा लगता है कि जैसे कोई सेना काम कर रही हो। फराह खान ने 1994 से 1995 का दौर याद करते हुए कहा कि तेलुगु स्टार नागार्जुन ने पहली बार उनकी फीस बढ़ाई थी।

शुरुआत में इतनी फीस लेती थीं फराह
फराह ने कहा, ‘नागार्जुन के साथ तेलुगु गाने मैंने बहुत किए हैं। नागार्जुन पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने मेरी फीस थोड़ी बढ़ा दी थी। तब मैं एक गाने के दस से पंद्रह हजार लेती थी’। आपको बता दें कि कोरियोग्राफर से अपना करियर शुरू करने वाली फराह अब निर्माता और निर्देशक भी हैं। फराह की निजी जिंदगी की बात एक्ट्रेस ने 9 दिसंबर 2004 में शिरीष कुंदर से शादी कर ली थी। शिरीष उम्र में फराह से करीब 8 साल छोटे हैं। दोनों के तीन बच्चे हैं।

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