बिहार के पूर्वी चंपारण में शुक्रवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया। यहां एक ईंट के भट्ठे की चिमनी में ब्लास्ट हो गया जिसके बाद ऊपर का मलबा पूरी तरह धव्स्त हो गया। इस हादसे में मरने वालों और घायलों की संख्या बढ़ गयी है।
मोतिहारी के ईंट भट्ठे में चिमनी में हुए विस्फोट पर बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने संज्ञान लिया है। उन्होंने मरने वाले लोगों के परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि घायलों के इलाज का खर्च भी राज्य सरकार उठाएगी।
रामगढ़वा थाना क्षेत्र के नरीरगीर के समीप शुक्रवार शाम करीब पांच बजे ईंट भट्ठे की चिमनी में ब्लास्ट होने से आठ लोगों की मौत हो गई। दो दर्जन लोग घायल हो गए। वहीं सात लोगों की स्थिति गंभीर है। मरने वाले और घायलों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि घटना के वक्त करीब 60 लोग मौके पर मौजूद थे।
मलबे में अभी 12 से अधिक लोगों के दबे होने की बात सामने आ रही है। अधिकारियों के अलावा रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची है। एसडीआरपीएफ की टीम भी पहुंची है। मरने वालों में भट्ठे के मालिक मो. ईरशाद भी हैं। तीन इलाहाबाद के बताए जा रहे हैं। एक की पहचान नहीं हो सकी है। इस भट्ठे पर मजदूरों को रखने का काम कानपुर के ठेकेदार जगदीश ने किया था। रामगढ़वा थाना क्षेत्र आमोदेई गांव निवासी मो. ईरशाद अपने साला पार्टनर नुरुल हक के साथ मिलकर करीब पांच वर्ष से ईंट भट्ठा चलाते थे।
बरसात के बाद शुक्रवार की दोपहर करीब तीन बजे पहली बार ईंटों को पकाने के लिए कोयला डालने के बाद भट्ठे में आग लगाई गई। करीब दो घंटे बाद करीब 30 मीटर ऊंची चिमनी में ब्लास्ट हो गया। उसका ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। उसका मलबा मौकै पर मौजूद मालिकों और श्रमिकों पर आ गिरा। जिसके नीचे ये सभी दब गए।
राहत बचाव कार्य जारी
पूर्वी चंपारण जिले के नारीरगिर चिमनी में हुए विस्फोट मामले में पटना से पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने शनिवार सुबह विजिबलिटी स्पष्ट होते ही राहत बचाव कार्या शुरू कर दिया। मोतिहारी श्रम अधीक्षक सत्य प्रकाश, रामगढ़वा बीडीओ मोहम्मद सज्जाद, सीओ मणिभूषण कुमार, थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान घटनास्थल पर कैंप कर रहे है। इस दौरान एसडीआरएफ की टीम को एक सिर बरामद हुआ है। वहीं घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की भीड़ भी मौजूद रही।
अधिकारियों का यह कहना
पूर्वी चंपारण की जिला सहायक खनन पदाधिकारी रागिनी कुमारी ने कहा कि घटना की सूचना मिली है। हमलोग घटनास्थल पर जा रहे हैं। उक्त चिमनी विभाग से लिस्टेड है और समय-समय पर राजस्व भी जमा कराया गया है। ऐसी संभावना है कि कोयले की कीमत अधिक होने की वजह से चिमनी संचालक ने लकड़ी और टायर आदि को भी इंधन के रूप में इस्तेमाल किया होगा, जिसके कारण गैस बनने से यह दुर्घटना हुई होगी। यह सब जांच करने का जिम्मा प्रदूषण विभाग का है। घटनास्थल पर पहुंचने और जांच के बाद ही स्थिति कुछ स्पष्ट होगी।
वहीं, पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि घटना में कुल 7 लोगों की मौत हुई है। सभी के शव बरामद कर लिए गए हैं। सभी शवों को रात में ही बोर्ड का गठन कर पोस्टमार्टम कराने का आदेश सिविल सर्जन को दिया गया है। घटना में कुछ और लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। घटनास्थल पर अधिकारियों को रवाना किया गया है। इस मामले में खनन अधिकारी और प्रदूषण बोर्ड से रिपोर्ट मांगी गई है, जो लोग भी जिम्मेदार होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सीएम ने मजदूरों की मौत पर जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्वी चंपारण जिले के रामगढ़वा में ईंट भट्ठे की चिमनी फटने की दुर्घटना में मजदूरों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस हादसे को काफी दु:खद बताते हुए दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना जताई है। साथ ही हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज का निर्देश दिया है।