एसटीईएम क्षेत्र में अमेरिका में पढ़ने के लिए आने वाले बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों को लाभ होने की संभावना है..

यूएस ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों की कुछ श्रेणियों के लिए कार्य प्राधिकरण आवेदनों की प्रीमियम प्रोसेसिंग की घोषणा की। इस फैसले से एसटीईएम(विज्ञान प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग और गणित) क्षेत्र में अमेरिका में पढ़ने के लिए आने वाले बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों को लाभ होने की संभावना है।

 यूएस ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों की कुछ श्रेणियों के लिए कार्य प्राधिकरण आवेदनों की प्रीमियम प्रोसेसिंग की घोषणा की। इस फैसले से एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) क्षेत्र में अमेरिका में पढ़ने के लिए आने वाले बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों को लाभ होने की संभावना है।

अमेरिका के यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज ने एलान किया है कि STEM के क्षेत्र में ओपीटी व्यवहारिक प्रशिक्षण करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों  के लिए आवेदनों की प्रीमियम प्रोसेसिंग की घोषणा की। प्रीमियम प्रोसेसिंग 6 मार्च से शुरू होगी, एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा गया है कि कुछ अन्य श्रेणियों के लिए यह 3 अप्रैल से शुरू होगा। अंतरराष्ट्रीय छात्रों को इससे फायदा होगा। मतलब अब वह पढ़ाई के साथ ही काम भी कर सकेंगे।

USCIS के निदेशक उर एम जड्डू ने कहा, ‘ऑनलाइन फाइलिंग में आसानी के अलावा कुछ एफ-1 छात्रों के लिए प्रीमियम प्रोसेसिंग की उपलब्धता, कई अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए आव्रजन   अनुभव को सुव्यवस्थित करेगी।’

एफ-1 छात्रों को शामिल करने के लिए प्रीमियम प्रोसेसिंग का विस्तार

निष्पक्ष आव्रजन नीतियों के लिए लड़ने वाले समुदाय के नेता अजय भुतोरिया ने ऑप्ट और एसटीईएम ऑप्ट एक्सटेंशन की मांग करने वाले कुछ एफ-1 छात्रों को शामिल करने के लिए प्रीमियम प्रोसेसिंग का विस्तार करने के लिए यूएससीआईएस की घोषणा का स्वागत किया है।

भुतोरिया ने कहा कि यह विदेशी छात्रों के लिए कमाल की खबर है, जो लंबे समय से अपने ओपीटी को मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे थे। इससे एफ-1 कैटेगरी के छात्रों को अमेरिका में रोजगार करने की भी मंजूरी मिल जाएगी। इससे ना सिर्फ अमेरिकी का अर्थव्यवस्था को फायदा होगा बल्कि यहां के समाज को भी फायदा होगा।

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