बागपत के गांव डौला निवासी फतेह मोहम्मद अपनी गर्भवती पत्नी और तीन बेटियों के साथ बाइक पर रविवार शाम मेरठ से लौट रहे थे। देर शाम तेज रफ्तार से आ रहे कैंटर ने फतेह मोहम्मद की बाइक को रौंद दिया था। हादसे में पांचों की मौत हो गई थी।
हाईवे पर हादसे में दंपती व तीन मासूम बेटियों की दर्दनाक मौत के बाद से डौला गांव शोक में डूबा है। पोस्टमार्टम के बाद पांचों सदस्यों के शव घर पहुंचे। उनके अंतिम दर्शन को भीड़ उमड़ पड़ी। हर किसी की आंखों से आंसू छलक रहे हैं। ग्राम डौला निवासी 35 वर्षीय फतेह मोहम्मद अपनी आठ माह की गर्भवती पत्नी 32 वर्षीय तब्बसुम और तीन बेटी आठ वर्षीय ईलमा, छह वर्षीय ईकरा और दो वर्षीय मायरा के साथ अपनी ससुराल सिवालखास (मेरठ) से रविवार शाम बाइक से घर लौट रहे थे। देर शाम करीब साढ़े सात बजे बालैनी स्थित टोल प्लाजा के पास बागपत की ओर से तेज रफ्तार से आ रहे कैंटर ने फतेह मोहम्मद की बाइक को रौंद दिया। लोग बाइक सवार पांचों सदस्यों को बालैनी के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर
दिया।
सिवालखास विधायक गुलाम मोहम्मद ने दी सांत्वना
पोस्टमार्टम के बाद उनके शव सोमवार सुबह करीब 11 बजे गांव में पहुंचे। उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई। पीड़ित स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है। फतेह मोहम्मद की बेटी फराह व अन्य महिलाएं बार-बार बेहोश हो रही हैं। ग्रामीण व रिश्तेदार उन्हें सांत्वना दे रहे हैं। सांत्वना देने सिवालखास विधायक गुलाम मोहम्मद भी डौला गांव पंहुचे।
भिंडी बेचने की मजबूरी खींच लाई मौत
बागपत।
स्वजन के अनुसार सुसराल जाने से पहले फतेह ने भिंडी की बोरिया भरीं थीं। पर, बीवी तबस्सुम से बोले कि चल बाइक पर बैठक तुम्हारी मां और बाप से मिलाकर लाता हूं। सुसराल से लौटूगा आज ही क्योंकि आजादपुर दिल्ली की मंडी में भिंडी लेकर जाना है। यह बात कहने के बाद वह ससुराल पहुंचा और शाम को जब चलने लगा तो ससुर शकील तथा सास ने काफी रोका कि आज नहीं कल जाना। लोगों ने बताया कि फतेह ने ससुर को आजादपुर मंडी जाने की मजबूरी बताई और फिर पत्नी एवं तीन बेटियों को बाइक पर सवार कर डौला गांव के लिए चल दिए लेकिन बालैनी में मौत ने ऐसा छपट्टा मारा कि पांचों ही दम तोड़ गए।
पंद्रह बीघा जमीन किराए पर लेकर की थी खेती
उसने पंद्रह बीघा जमीन किराए पर लेकर भिंडी की खेती की थी। यूं लोगों को कहते सुना कि यदि वह ससुरालीजनों की बात मानकर कल डौला गांव लौटते तो मौत से बच जाते। वहीं एएसपी मनीष कुमार मिश्र ने गमजदा स्वजन को सांत्वना दे मदद करने का भरोसा दिया।