दसवीं के छात्र ने पढ़ाई से बचने के लिए अपने दोस्त की हत्या ,जानिए पूरा मामला

गाजियाबाद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक दसवीं के छात्र ने पढ़ाई से बचने के लिए अपने दोस्त की हत्या कर दी। किशोर ने इस वारदात को डीएमई के पास अंजाम दिया है। 2017 में गुरुग्राम में भी ऐसी घटना हुई थी।

 हत्या की वारदात के पीछे पुरानी रंजिश, बदले की भावना या हिंसक हमले में बचाव जैसे कारण होते हैं। लेकिन मसूरी थाना क्षेत्र में दसवीं के छात्र ने अपने दोस्त छठी कक्षा के छात्र की सिर्फ इस वजह से गला दबाकर हत्या कर दी कि वह स्कूल नहीं जाना चाहता था।

डीएमई के पास पड़ा मिला छात्र का शव

छात्र का शव सोमवार शाम दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे (डीएमई) के पास पड़ा मिला। पुलिस ने आरोपित छात्र को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मामले में मृतक के पिता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। मसूरी थाना क्षेत्र में रहने वाले एक श्र​मिक का 13 वर्षीय पुत्र छठी कक्षा का छात्र था।

दोस्त का गला दबाकर की हत्या

श्रमिक के पड़ोस में 10वीं कक्षा का एक छात्र रहता था। दोनों दोस्त थे। सोमवार शाम करीब चार बजे 10वीं का छात्र अपने साथ छठी कक्षा के छात्र को खेलने के लिए ले गया। डीएमई के पास ले जाकर उसने अपने दोस्त का गला दबा दिया। उसके बेहोश होने पर वह मौके से भाग निकला।

पुलिस हिरासत में कबूला गुनाह

स्थानीय लोगों ने बेहोशी हालत में छठी कक्षा के छात्र को पड़ा देखकर डासना के अस्पताल में भर्ती कराया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। देर शाम पुलिस ने आरोपित 10वीं के छात्र को पकड़ लिया और पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

जबरन स्कूल भेजते थे माता-पिता

आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसके माता-पिता जबरन स्कूल भेजते हैं। वह पढ़ना नहीं चाहता है। इसलिए उसने दोस्त की हत्या कर दी। उसे पता था कि हत्या के बाद उसे जेल हो जाएगी और पढ़ाई से छुटकारा मिल जाएगा। एसपी देहात डा. ईरज राजा का कहना है कि आरोपित छात्र को पकड़ लिया गया है। आारोपित को बाल सुधार गृह भेजा जाएगा।

साजिश को अंजाम देने के लिए 3 सप्ताह से बढ़ाई थी दोस्ती

मृतक छात्र के पिता मूलरूप से पिलखुआ के रहने वाले हैं। वह कुछ समय पूर्व ही मसूरी थाना क्षेत्र की एक कालोनी रहने के लिए आए थे। पुलिस ने बताया कि छात्र से आरोपित ने तीन सप्ताह पहले ही दोस्ती बढाई थी और दोनों साथ-साथ ही घूमते थे। छात्र आरोपित को अपना अच्छा दोस्त मानने लगा था।

पुलिस के मुताबिक आरोपित ने पूर्व में ही छात्र की हत्या की साजिश रच ली थी। वह काफी समय से स्कूल जाने से बचने के लिए साजिश रच रहा था। छात्र की कद-काठी कमजोर होने का उसने फायदा उठाया और उसे अपने निशाने पर रखा। इसके चलते ही उसने छात्र से दोस्ती बढ़ाई थी।

छात्र की हरकत से स्वजन व पड़ोसी भी हैं हतप्रभ

10वीं के छात्र द्वारा की गई इस घटना के बाद स्वजन और पड़ोसी सभी स्तब्ध हैं। बता दें कि आरोपित छात्र शरारती था, यह तो सब जानते थे, लेकिन वह इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे देगा, यह कभी किसी ने सोचा भी नहीं था। अभी तक लोग छात्र को चंचल बुद्धि का मानते थे लेकिन किसी इस बात का अंदेशा नहीं था कि वह अपने दोस्त की ही हत्या कर देगा, वह भी इतनी सी बात के लिए।

गुरुग्राम: 2017 में हुई थी छात्र की हत्या

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 में गुरुग्राम में भी एक ऐसी वारदात हुई थी। गुरुग्राम के सोहना रोड स्थित एक नामी स्कूल में 7 साल के प्रिंस ना के बच्चे की गला रेतकर हत्या की गई थी। हत्या के इस मामले में पुलिस ने पहले स्कूल बस के एक सहायक को गिरफ्तार किया था।

पुलिस का मानना था कि बस सहायक ने ही छात्र की हत्या की है। लेकिन बाद में सीबीआई ने मामले का खुलासा किया। सीबीआई ने अपनी जांच में स्कूल के ही छात्र भोलू को आरोपित ठहराया था। इसके बाद नाबालिग आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।

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