पाकिस्तान में बाढ़ के खतरा के साथ -साथ , भुखमरी कगार पे

मौसम विभाग के अनुसार पाकिस्तान को सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश का सामना करना होगा। पूर्वोत्तर पंजाब और सिंध में बारिश सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। पड़ोसी मुल्क में अभी बाढ़ के चलते 1100 से अधिक की जान जा चुकी है।

पाकिस्तान में बाढ़ ने कहर मचा रखा है। भुखमरी की कगार पर आ चुके पड़ोसी मुल्क की बाढ़ के कारण अर्थव्यवस्था भी चरमराई हुई है। वहीं, अब पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने सितंबर के महीने में सामान्य से अधिक वर्षा की भविष्यवाणी की है। इसमें कहा गया है कि पूर्वोत्तर पंजाब और सिंध में बारिश सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।

इन हिस्सों में हो सकती है अधिक बारिश

मौसम विभाग के अनुसार पीओके, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से थोड़ी अधिक बारिश होने की संभावना है। जबकि गिलगित-बाल्टिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी हिस्सों में पूर्वानुमान महीने के दौरान लगभग सामान्य बारिश हो सकती है।

बच्चे जलजनित बीमारियों के खतरे में

यूनिसेफ के अनुसार, पाकिस्तान के हाल के इतिहास में सबसे भीषण बाढ़ के कारण 30 लाख से अधिक बच्चों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है और जलजनित बीमारियों और कुपोषण के खतरे में हैं। यूनिसेफ के चिल्ड्रन क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स (सीसीआरआई) के अनुसार, पाकिस्तान एक ‘जलवायु हाटस्पाट’ है और एक ऐसा देश है जहां 163 सीसीआरआई-रैंक वाले देशों और क्षेत्रों में बच्चों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के लिए ‘बेहद उच्च जोखिम’ माना जाता है।

1100 से अधिक लोगों की गई जान

यूनिसेफ ने एक बयान में कहा कि वह प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों और परिवारों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकारी और गैर-सरकारी भागीदारों के साथ काम कर रहा है। 350 से अधिक बच्चों सहित 1100 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 1600 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।

लगभग 3 लाख से अधिक घर पूरी तरह तबाह

रिपोर्ट के अनुसार बाढ़ के चलते 2,87,000 से अधिक घर पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं और 6,62,000 आंशिक रूप से नष्ट हो गए हैं। कुछ प्रमुख नदियों में पानी सामान्य से काफी अधिक है और बांध टूट गए हैं। खेतों और सड़कों, पुलों, स्कूलों और अस्पतालों आदि को काफी नुकसान हुआ है।

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