फ्रांसिसी राष्ट्रपति ने की ‘अंतरराष्ट्रीय कक्षाएं’ शुरू करने की घोषणा, भारतीय छात्रों को मिलेगा फायदा!

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भारतीय छात्रों को फ्रांस में अपनी पसंद की डिग्री हासिल करने से पहले एक साल के लिए फ्रेंच सीखने का एक विशेष कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है।

इस वर्ष गणतंत्र दिवस के मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) भारत की राजकीय यात्रा पर आए थे और गणतंत्र दिवस के समारोह में शामिल हुए। भारत की अपनी राजकीय यात्रा के अवसर पर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ‘Classes Internationales’ (अंतर्राष्ट्रीय कक्षाएं) शुरू करने की घोषणा की। यह भारतीय छात्रों के लिए फ्रांस में अपनी पसंद की डिग्री हासिल करने से पहले एक साल के लिए फ्रेंच सीखने का एक विशेष कार्यक्रम है।

यह पहल 26 जनवरी को राष्ट्रपति मैक्रों और प्रधान मंत्री मोदी द्वारा समर्थित संयुक्त वक्तव्य में परिलक्षित होती है। इस बात की जानकारी फ्रांसीसी दूतावास की ओर से साझा की गई है।

भारत की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर आए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार, 25 जनवरी को जयपुर के अंबर किले में उनके स्वागत के लिए एकत्र हुए भारतीय छात्रों से बातचीत की थी। एम्बर किले की अपनी यात्रा पर, मैक्रों के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर और राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी भी थीं। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 2030 तक भारत से 30,000 छात्रों का स्वागत करने के फ्रांस के लक्ष्य की घोषणा की।

फ्रांस में “अंतर्राष्ट्रीय कक्षाओं” की स्थापना से भारतीय छात्रों को अपनी पढ़ाई में उन्नति करने और आसानी से फ्रांसीसी शैक्षिक प्रणाली में स्थानांतरित होने में मदद मिलेगी। यह निर्णय भारतीय छात्रों के जीवन को यथासंभव सुविधाजनक बनाने के प्रति फ्रांस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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