फ्रांस ने गर्भपात के अधिकार को संविधान में किया शामिल

फ्रांस ने संविधान में गर्भपात के अधिकार को शामिल कर लिया है। यह अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के अधिकारों के समर्थन का एक शक्तिशाली संदेश है। फ्रांस अपने राष्ट्रीय चार्टर में स्पष्ट रूप से गर्भपात के अधिकारों की गारंटी देने वाला पहला देश बन गया है। इस सप्ताह की शुरुआत में फ्रांसीसी सांसदों ने इसे भारी मत से मंजूरी दी थी।

फ्रांस ने शुक्रवार को संविधान में गर्भपात के अधिकार को शामिल कर लिया है। यह अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के अधिकारों के समर्थन का एक शक्तिशाली संदेश है। न्याय मंत्री एरिक डुपोंड-मोरेटी ने एक विशेष समारोह में फ्रांस के संविधान में संशोधन पर मुहर लगाने के लिए 19वीं सदी के प्रिंटिंग प्रेस का इस्तेमाल किया।

फ्रांस में मिली गर्भपात के अधिकारों की गारंटी
फ्रांस अपने राष्ट्रीय चार्टर में स्पष्ट रूप से गर्भपात के अधिकारों की गारंटी देने वाला पहला देश बन गया है। इस सप्ताह की शुरुआत में फ्रांसीसी सांसदों ने इसे भारी मत से मंजूरी दी थी। यह लगभग पूरे यूरोप में कानूनी है और फ्रांस में इसका भारी समर्थन किया जाता है, जहां इसे राजनीति के बजाय सार्वजनिक स्वास्थ्य के सवाल के रूप में देखा जाता है।

कई धुर दक्षिणपंथी सांसदों का भी मिला समर्थन
वहीं, अमेरिका में गर्भपात एक गहरा विभाजनकारी मुद्दा है। फ्रांसीसी विधायकों ने सोमवार को 780-72 वोटों से संवैधानिक संशोधन को मंजूरी दी थी, जिसे कई धुर दक्षिणपंथी सांसदों का समर्थन प्राप्त था। इसे दुनिया भर में महिला अधिकार का समर्थन करने वाले लोग सराह रहे हैं।

राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बताया जरूरी
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसे 2022 में लंबे समय से लंबित गर्भपात अधिकारों को रद करने के अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का प्रत्यक्ष परिणाम बताया। मैक्रों की सरकार ने कहा कि फ्रांस में महिलाओं के लिए अमेरिका जैसी स्थिति से बचने के लिए गर्भपात संशोधन महत्वपूर्ण था, क्योंकि कट्टर-दक्षिणपंथी समूह अपनी पकड़ बना रहे हैं और यूरोप में स्वतंत्रता की दिशा को पीछे करने की कोशिश कर रहे हैं।

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