यूक्रेन चाहता है व्लादिमिर पुतिन की हत्या करना..

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं अब रूस के राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन की ओर से पुतिन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। क्रेमलिन के अधिकारी ने कहा कि पुतिन को कीव के साथ-साथ अपने ही लोगों से मारे जाने का खतरा है। उन्होंने कहा कि रूसी सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी थी कि क्या हो रहा है, जब यूक्रेन के शीर्ष खुफिया अधिकारी ने कहा था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन उस सूची में टॉप पर थे, जिनकी लिस्ट हत्या करने के लिए बनाई गई थी.

कीव ने इस हमले के लिए साफ इनकार कर दिया था। वहीं, अब क्रेमलिन ने कहा कि पुतिन पर अपनों की ही तलवार लटक रही है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के हमले के बारे में रूस की सुरक्षा सेवाओं को पता था कि वे क्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूसी सैनिक जानते हैं कि पुतिन की हत्या की साजिश रची जा रही है। यूक्रेन की सैन्य खुफिया सेवा के उपप्रमुख वादिम स्किबिट्स्की ने जर्मनी के ‘डाई वेल्ट’ अख़बार से एक इंटरव्यू में कहा कि यूक्रेन व्लादिमिर पुतिन की हत्या करना चाहता था, ‘क्योंकि वही युद्ध की निगरानी करते हैं, और सभी फ़ैसले करते हैं’ और रूसी राष्ट्रपति को भी जानकारी थी कि वह यूक्रेन की हत्या सूची में सबसे ऊपर हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि “लेकिन आखिरकार, सभी को अपनी हरकतों के लिए जवाब देना होगा “।

यूक्रेन की हिटलिस्ट में शामिल हैं ये लोग

वादिम स्किबिट्स्की ने ‘डाई वेल्ट’ से कहा कि पुतिन देख रहे हैं कि हम उनके करीब आते जा रहे हैं, लेकिन उन्हें अपने ही लोगों द्वारा मारे जाने का भी डर है। स्किबिट्स्की ने अन्य नागरिकों के भी नाम लिए, जो यूक्रेन द्वारा मारे जाने के लिए हिटलिस्ट में हैं। इसमें मर्सिनरी के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन, रूसी रक्षामंत्री सर्गेई शोइगु, जनरल स्टाफ चीफ़ वालेरी गेरासिमोव और सैन्य कमांडर सर्गेई सुरोविकिन, जिन्हें रूसी मीडिया ने ‘जनरल आर्मागेडन’ नाम दिया है।

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स्किबिट्स्की ने यह भी कहा कि कीव अभी तक अपने मनसूबों को अंजाम नहीं दे पाया है क्योंकि पुतिन की सुरक्षा सख्त है और वह बहुत समय तक छिपे रहे थे, लेकिन अब वे सार्वजनिक रूप से अधिक बार दिखाई देने लगे थे। स्किबिट्स्की के बयानों के बाद क्रेमलिन से सवाल किया गया कि व्लादिमिर पुतिन की सुरक्षा को और बढ़ाया जा रहा हैं या नहीं, तो इसके उत्तर में क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि भरोसा कीजिए, हमारी सुरक्षा एजेंसियां अपना काम जानती हैं, और उन्हें पता है, क्या करना है।

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