संयुक्त राष्ट्र में लहराया भारत का परचम

भारत को ईसीओएसओसी के मतदान करने वाले 53 सदस्यों में से 41 के वोट मिले, जो सभी विजेता सदस्य देशों में सबसे अधिक हैं। पावडिया ने 41 वोट के साथ कठिन चुनाव में शानदार जीत हासिल की, जबकि दूसरे स्थान पर रहे उम्मीदवार को 30 वोट मिले।

अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ (नारकोटिक्स) नियंत्रण बोर्ड समेत संयुक्त राष्ट्र के कई प्रमुख निकायों के लिए भारत के चयन के साथ देश का परचम बुलंद हुआ है। भारत की जगजीत पवाडिया गुप्त मतदान के जरिये मार्च 2025 से 2030 तक बोर्ड में तीसरे कार्यकाल के लिए निर्वाचित हुई हैं। उन्हें संयुक्त राष्ट्र आर्थिक-सामाजिक परिषद (ईसीओएसओसी) द्वारा आयोजित अत्यधिक प्रतिस्पर्धी चुनाव में सर्वाधिक मत मिले हैं।

अंतरराष्ट्रीय नारकोटिक्स नियंत्रण बोर्ड (आईएनसीबी) में भारत को 2025 से 2029 तक के लिए ‘कमीशन ऑन स्टेटस ऑफ विमेन’ (महिलाओं की स्थिति पर आयोग) के लिए भी चुना गया। 2025-2027 की अवधि के लिए संयुक्त राष्ट्र बाल कोष के कार्यकारी बोर्ड, 2025-2027 के लिए परियोजना सेवाओं के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम एवं संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के कार्यकारी बोर्ड में भी भारत को चुना गया है।

भारत को 53 में से 41 वोट
भारत को ईसीओएसओसी के मतदान करने वाले 53 सदस्यों में से 41 के वोट मिले, जो सभी विजेता सदस्य देशों में सबसे अधिक हैं। पावडिया ने 41 वोट के साथ कठिन चुनाव में शानदार जीत हासिल की, जबकि दूसरे स्थान पर रहे उम्मीदवार को 30 वोट मिले। बोर्ड की पांच सीट के लिए 24 उम्मीदवार थे, जिस कारण चुनाव अत्यधिक प्रतिस्पर्धी था।

जयशंकर ने की मिशन की प्रशंसा, कहा-अच्छा काम किया
संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ईसीओएसओसी) ने अपने 17 सहायक निकायों में रिक्तियों को भरने के लिए चुनाव कराए थे। भारत ने 2025-2030 के लिए आईएनसीबी का प्रतिष्ठित चुनाव दोबारा जीता और कई प्रमुख संयुक्त राष्ट्र निकायों में सीट हासिल कीं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी ‘एक्स’ पर जीत की पुष्टि करते हुए कहा, भारत ने बोर्ड के सभी निर्वाचित सदस्य देशों के बीच सबसे अधिक वोट हासिल किए। विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन और विदेश मंत्रालय की टीम की सराहना की और कहा कि उन्होंने अच्छा काम किया।

वसुधैव कुटुंबकम का सिद्धांत
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि राजदूत रुचिरा कंबोज ने ‘एक्स’ पर लिखा, भारत ‘वसुधैव कुटुंबकम’ (दुनिया एक परिवार) के सिद्धांत के साथ संयुक्त राष्ट्र के इन निकायों में सक्रिय रूप से शामिल होने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है। उन्होंने कहा, यह दर्शन वैश्विक विचार-विमर्श में रचनात्मक योगदान देने, एकता की भावना को बढ़ावा देने व साझा जिम्मेदारी के प्रति हमारे समर्पण को रेखांकित करता है।

2015 से बोर्ड सदस्य हैं पावडिया
पावडिया 2015 से अंतरराष्ट्रीय स्वापक नियंत्रण बोर्ड की सदस्य हैं। उन्हें मई 2019 में 2020 से 2025 के पांच साल के कार्यकाल के लिए परिषद द्वारा फिर से चुना गया था। उन्होंने 2021 से 2022 तक बोर्ड अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था।

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