हिन्दू धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है। बता दें कि जो अमावस्या तिथि सोमवार के दिन पड़ती है उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। इस दिन स्नान-दान का विशेष महत्व है और पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है।
हिन्दू धर्म में सोमवती अमावस्या तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस विशेष दिन पर स्नान एवं दान करने से विशेष लाभ मिलता है और साथ ही साधकों को पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार 20 फरवरी 2023, सोमवार के दिन सोमवती अमावस्या पड़ रही है। बता दें कि पवित्र फाल्गुन मास में सोमवती अमावस्या तिथि का विशेष संयोग बन रहा है। शास्त्रों में बताया गया है कि फाल्गुन मास में सोमवती अमावस्या तिथि पड़ने से बहुत लाभ मिलता है, साथ ही इस दिन किए गए कुछ उपायों से जीवन में आ रही कई परेशानियां दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त और उपाय
सोमवती अमावस्या शुभ मुहूर्त
सोमवती अमावस्या व्रत तिथि: 20 फरवरी 2023, सोमवार
सोमवती अमावस्या पूजा मुहूर्त: प्रातः 09 बजकर 50 मिनट से सुबह 11 बजकर 15 मिनट तक
दान का समय: सुबह 11 बजकर 58 मिनट से दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक
सोमवती अमावस्या उपाय
- सोमवती अमावस्या के दिन कच्चे दूध और दही से भगवान शिव का अभिषेक करें। साथ ही उन्हें काला तिल भी अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
- सोमवती अमावस्या के दिन संध्या काल में ईशान कोण में दीपक अवश्य जलाएं। इसके लिए रूई की जगह मोली का प्रयोग करें।
- शनि की साढ़े साती और ढैय्या के दुष्प्रभाव से बचने के लिए सोमवती अमावस्या के दिन सोरसों का तेल शनि देव को अर्पित करें और सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें।
- सोमवती अमावस्या के पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पीपल के पेड़ को गंगाजल, चीनी, चावल, पुष्प इत्यादि अर्पित करें। साथ ही ‘ॐ पितृभ्य: नम:’ मंत्र का जाप कम से कम 108 बार अवश्य करें।
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