केदारनाथ यात्रा करवाने वाले पांच हेलिकाप्टर आपरेटरों पर बड़ी कार्रवाई ,जाने पूरा मामला

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने पांच हेलिकाप्टर आपरेटरों पर बड़ी कार्रवाई की है। ये कार्रवाई उन हेलिकाप्टर आपरेटरों के खिलाफ की गई है। जो तीर्थयात्रियों को केदारनाथ ले जाते हैं। DGCA को हेलिकाप्टर आपरेटरों के खिलाफ खामियां मिली जिसके बाद कार्रवाई की गई।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने तीर्थयात्रियों को केदारनाथ ले जाने वाले पांच हेलिकाप्टर आपरेटरों पर जुर्माना लगाया है। DGCA ने ये कार्रवाई सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने और उचित उड़ान रिकार्ड नहीं रखने पर की है। साथ ही DGCA ने तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले पांच हेलिकाप्टर आपरेटरों पर 5-5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने दो अन्य आपरेटरों के अधिकारियों को भी तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया है।

30 मई को हेलिकाप्टर ने की थी रफ लैंडिंग

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के अनुसार, एक घटना के बाद जून में एक आडिट किया गया था। जिसमें 30 मई को तीर्थयात्रियों को उच्च ऊंचाई वाले मंदिर में ले जा रहा एक हेलिकाप्टर रफ लैंडिंग कर गया था। अधिकारियों ने कहा कि आडिट के दौरान विसंगतियां और उल्लंघन पाए गए। डीजीसीए ने घटना के बाद केदारनाथ में शटल संचालन में शामिल हेलिकाप्टरों की मौके पर जांच के लिए एक टीम का गठन किया।

13 से 16 जून के बीच हुआ था आडिट

टीम को जांच के दौरान गंभीर उल्लंघन मिले। जिसके बाद नियामक ने शटल संचालन करने वाले सभी आपरेटरों का विस्तृत आडिट करने के लिए प्रेरित किया। बता दें कि यह आडिट 13 से 16 जून के बीच हुआ था। इसने खुलासा किया कि पांच आपरेटरों सहित गंभीर उल्लंघनों को उनके संबंधित हेलिकाप्टर तकनीकी लाग बुक में सही उड़ान रिकार्ड को नहीं रखा गया था।

DGCA की जांच में उल्लंघन का पता चला

इसके बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने पांच आपरेटरों के अलावा, दो अन्य को भी डीजीसीए द्वारा घोषित संयुक्त एसओपी के प्रावधानों का उल्लंघन करते पाया गया। जिसके बाद उल्लंघन में शामिल सात आपरेटरों को कारण बताओ नोटिस (एससीएन) जारी किए गए थे। उत्तर प्राप्त होने पर एक व्यक्तिगत सुनवाई की अनुमति दी गई और उचित विचार-विमर्श के बाद प्रवर्तन कार्रवाई की सिफारिश और अनुमोदन किया गया था। इसे सभी सात आपरेटरों को जारी किया गया है। हालांकि, इनके नाम उजागर नहीं किए गए हैं।

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