जानिए किन राज्यों में बारिश और बर्फबारी के आसार…

देश केकई राज्यों में एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने के मिल सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण जहां पहाड़ों पर बर्फबारी के आसार है वहीं मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ सकती है। दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का खतरा बरकरार है।मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी शुरू हो सकती है। 6 नवंबर से बारिश और हिमपात की तीव्रता बढ़ सकती है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग जगहों पर छिटपुट बारिश और बर्फबारी हो सकती है। वहीं, तमिलनाडु और केरल में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय कर्नाटक और पूर्वोत्तर भारत में दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश संभव है जो अगले 2 से 3 दिनों तक जारी रह सकती है।

देश के उत्तरी राज्यों में ठंड बढ़ने लगी है। यह ठंडक तेज सर्दी में बदल सकती है। क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ के चलते देश के उत्तरी राज्यों में मौसम बिगड़ सकता है। मौसम विभाग ने कहा है कि इस सप्ताह के अंत तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, लद्दाख में हल्की से मध्यम बरसात के साथ बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है।

नया पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर पहुंच चुका है तथा जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश सहित लद्दाख में बर्फबारी की गतिविधियां शुरू हो गई है। उतरी पंजाब में भी हल्की बारिश हो सकती है। मध्य भारत तथा पूर्वी भारत का मौसम शुष्क रहेगा। दक्षिण भारत में मूसलाधार बारिश होने के आसार हैं। उत्तर पूर्वी भारत में छिटपुट बारिश संभव है। जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और हिमाचल प्रदेश में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है।तमिलनाडु, केरल, तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पंजाब, दक्षिण असम, मणिपुर, मिजोरम और तटीय कर्नाटक में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है। दिल्ली का एक्यूआई इंडेक्स ज्यादातर जगहों पर गंभीर श्रेणी में रहने का अनुमान है।

प्रदूषण से बेदम होने लगी है दिल्ली, खतरनाक स्तर पर पहुंचा AQI

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से लोग परेशान हैं। कई हिस्सों में यह गंभीर श्रेणी में है। दिल्ली में निचले स्तरों पर हवाएं पूर्व और दक्षिण-पूर्व दिशा से हैं, लेकिन ऊपरी-स्तर की हवाएं उत्तर-पश्चिम से लगभग 5,000 फीट की ऊंचाई पर चल रही हैं। ये हवाएं पंजाब और हरियाणा के साथ-साथ मध्य पाकिस्तान के कुछ हिस्सों से पराली जलाने का धुआं ले जा रही हैं और दिल्ली और एनसीआर में थम गई हैं, जिससे पराली जलाने से निकलने वाले धुएं का योगदान बढ़ गया है।दिल्ली की तापमान की बात करें तो मौसम विभाग के मुताबिक, 7 नवंबर को न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। इसके साथ ही कोहरे और आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। वहीं प्रदूषण की बात करें तो दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता लगातार गिर रही है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) वर्तमान में नोएडा (यूपी) में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 349, गुरुग्राम (हरियाणा) में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 304 है। दिल्ली का समग्र एक्यूआई वर्तमान में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 339 पर है।

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