घुसपैठियों की पहचान के लिए तत्काल कदम उठाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिया निर्देश..

पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने 16 नवंबर 2016 को संसद को सूचित किया था कि उपलब्ध इनपुट के अनुसार भारत में लगभग दो करोड़ (20 मिलियन) अवैध बांग्लादेशी प्रवासी रह रहे हैं।

 केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक रिपोर्ट में कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर अवैध घुसपैठ और सीमा पार गतिविधियां प्रमुख चुनौतियां हैं। इसे उच्च स्तर के रूप में चिह्नित किया गया है। भारत-बांग्लादेश सीमा की कुल लंबाई 4,096.7 किलोमीटर है। इसमें से 3,145 किमी को कटीले तारों के बाड़ से कवर किया गया है। शेष को बिना तार के कवर करने की योजना है।केंद्रीय गृह मंत्रालय की 2021-22 वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार भारत-बांग्लादेश सीमा अत्यधिक चुनौतियों से भरी रही है। 26 जुलाई, 2022 को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पिछले पांच सालों में 2,399 बांग्लादेशी नागरिकों को धोखाधड़ी से प्राप्त भारतीय दस्तावेजों का उपयोग करते हुए पाया गया था। उन्होंने कहा कि केंद्र ने राज्य सरकारों से भारत में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों (घुसपैठियों) की पहचान करने के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा है। राय ने कहा कि राज्यों को उचित कानूनी कार्रवाई के लिए गलत तरीके से आधार कार्ड हासिल करने वाले अवैध प्रवासियों का ब्योरा साझा करने की भी सलाह दी गई है।

पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने 16 नवंबर, 2016 को संसद को सूचित किया था कि उपलब्ध इनपुट के अनुसार भारत में लगभग दो करोड़ (20 मिलियन) अवैध बांग्लादेशी प्रवासी रह रहे हैं।

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मार्च 2024 तक सीमा पर लगा ली जाएंगी फ्लड लाइट्स

गृह मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार भारत-बांग्लादेश सीमा के पार से घुसपैठ, तस्करी और अन्य राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए सरकार ने इसके साथ एक बाड़ का निर्माण किया है। इसमें कहा गया है कि सीमा पार से देश-विरोधी गतिविधियों सहित अवैध घुसपैठ और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए भारत सरकार ने दो चरणों में फ्लड लाइट्स (सीमा पर लगी लाइटें) के साथ सीमा बाड़ के निर्माण को मंजूरी दी थी। इसे मार्च 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा।

सीमावर्ती सड़कों का किया जा रहा है निर्माण

सीमावर्ती क्षेत्रों में बेहतर संचार और परिचालन गतिशीलता के लिए सीमावर्ती सड़कों का निर्माण किया गया है। स्वीकृत लंबाई 4,223.04 किलोमीटीर में से अब तक 3,750.87 किमी सीमावर्ती सड़कों का निर्माण किया जा चुका है। चल रहे कार्य को मार्च 2024 तक पूरा किया जाना है।

2,681.99 किलोमीटर का काम हो चुका पूरा

सरकार ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर पश्चिम बंगाल, मेघालय, असम, मिजोरम और त्रिपुरा में फ्लड लाइट लगाने का काम करने का फैसला किया है। मंजूर किए गए 3,077.549 किलोमीटर बॉर्डर फ्लड लाइट में से 2,681.99 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है। शेष को मार्च 2024 तक पूरा किया जाना है।

पीएम मोदी ने अवैध बांग्लादेशियों को बाहर करने का किया था वादा

2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा के तत्कालीन प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अगर वह सत्ता में आए तो अवैध रूप से भारत में रहने वाले बांग्लादेशियों को बाहर कर दिया जाएगा।

पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के सेरामपुर में एक चुनावी रैली में कहा था कि सिर्फ वोटों के लिए राजनेताओं ने उनका रेड कार्पेट डालकर स्वागत किया है। उन्होंने कहा था कि इसे आप नोट कर सकते हैं, कि 16 मई के बाद इन बांग्लादेशियों को अपने बैग पैक करके तैयार रहना चाहिए।

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