यूपी के इस शहर में मिठाई से ज्यादा दाल मसालों के नमूने मिले अनसेफ, पढ़े पूरी खबर

मुरादाबाद में मिठाई से ज्यादा दाल और मसालों में खतरनाक मिलावट देखने में आई है। इस वित्तीय वर्ष में छापेमारी के दौरान मिठाई दूध का एक भी नमूना अनसेफ नहीं मिला जबकि दाल मसालों के कुछ नमूने अनसेफ मिले हैं। अनसेफ नमूनों का अर्थ वह इनका इस्तेमाल सेहत के लिए घातक है। अनसेफ नमूनों को मानव स्वास्थ्य के लिए विशेषज्ञ काफी घातक बताते हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 में नमूनों के जो परिणाम आए हैं उसमें छह नमूने विभिन्न मसालों के अनसेफ पाए गए। वहीं विभिन्न दालों के पांच नमूने अनसेफ रहे। 

हैरत इस बात की है कि दूध, इससे बने पदार्थों के इससे ज्यादा नमूने अधोमानक मिले पर अनसेफ एक भी नहीं मिला। इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि दूध मिठाई से ज्यादा दाल और मसाले सेहत के लिए खतरनाक है। खाद्य विभाग इसी वजह से दाल मसालों की शुद्धता पर विशेष फोकस कर रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त बिनोद कुमार ने बताया कि छापेमारी कर पिसे मसालों के नमूने भरे गए हैं। आम जनता से भी अपील की है वह खतनार मिलावट से सावधान रहें।

पिसी लाल मिर्च और धनिया के नमूने भरे
मुरादाबाद में खाद्य विभाग की टीम ने शहर में छापेमारी की। बीचोबीच कोतवाली क्षेत्र के कायम का बेरिया क्षेत्र में मसाला चक्की का निरीक्षण किया। चक्की के संचालक फजुलउद्दीन की चक्की पर मसालों का रखरखाव ठीक नहीं मिला। सहायक आयुक्त खाद्य ग्रेड 2 बिनोद कुमार सिंह ने बताया कि यहां पिसी लाल मिर्च और धनिया के नमूने भरे गए। साथ ही नीम की प्याऊ पर कच्चा बाग स्थित हाशिम के प्रतिष्ठान से चावल का नमूना संग्रहित किया गया।

अनसेफ मामलों में ही सजा का प्रावधान
असुरक्षित घोषित होने वाले नमूनों के वाद न्यायालय में दायर किए जाते हैं जबिक अधोमानक नमूनों को एडीएम सिटी की कोर्ट में दायर किया जाता है। अधोमानक नमूनों पर 5 लाख जुर्माने का प्राविधान है मिथ्या छाप नमूनों पर तीन लाख जुर्माना लगता है अनसेफ नमूनों पर सजा का प्रावधान है।

छब्बीस नमूनों के एडीएम सिटी के यहां वाद दायर
छब्बीस नमूनों के वाद एडीएम सिटी के यहां दायर किए गए हैं। इन नमूनों में मिल्क केक, बर्फी, पनीर, मिश्रित दूध, चटनी, रसगुल्ला, कुछ दालों समेत कई तरह के नमूने हैं जो अधोमानक घोषित किए गए हैं। इन नमूनों की सुनवाई एडीएम सिटी की कोर्ट में की जाएगी।

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