कल यानी 4 जुलाई से सावन की शुरुआत हो रही है। बता दें कि इस बार सावन पूरे 59 दिनों का होगा। इसका बड़ा कारण सावन के महीने में अधिकमास का योग है। वैसे तो हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक 3 साल में अधिक मास आता है। लेकिन सावन में ऐसा संयोग पूरे 19 साल बाद बन रहा है। अधिकमास 18 जुलाई से शुरू होकर 16 अगस्त तक रहेगा। आइए जानते हैं इस बार सावन का महीना क्यों है इतना खास।

साल 2004 में लगा था सावन में अधिकमास
बता दें कि आज से पूरे 19 साल पहले साल 2004 में सावन माह में अधिकमास लगा था। अधिक मास लगने के कारण इस बार भक्तों को महादेव की पूजा के लिए पूरे 8 सोमवार मिलेंगे। इसके अलावा सुहागिन महिलाओं को पूरे 9 मंगला गौरी व्रत रखने को मिलेगा। कुल मिलाकर कहें तो इस बार भगवान शिव की असीम कृपा शिव भक्तों पर पूरे महीने बरसने वाली है।
अधिकमास को इसलिए कहते हैं मलमास
अधिकमास को ही कई लोग मलमास या पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। चुकी अधिकमास में सूर्य संक्रांति नहीं होती इसी कारण से इस महीने को मलीन माह यानी मलमास कहा जाता है। मलमास के पूरे महीने में विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश या उपनयन संस्कार जैसे कोई भी शुभ कार्य नहीं होते हैं।
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