भारत और चीन के बीच हुई कोर कमांडर की 20वीं सैन्य वार्ता, जानिए कौनसे मुद्दो पर हुई बात

विदेश मंत्रालय ने भारत और चीन के बीच दो दिवसीय सैन्य वार्ता समाप्त होने के एक दिन बाद बुधवार को कहा कि दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास लंबित मुद्दों के पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान के लिए विचारों का खुलकर एवं रचनात्मक आदान-प्रदान किया। विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्षों ने प्रासंगिक सैन्य एवं राजनयिक माध्यमों से संवाद एवं वार्ता की गति बनाए रखने पर सहमति जताई।

विदेश मंत्रालय ने भारत और चीन के बीच दो दिवसीय सैन्य वार्ता समाप्त होने के एक दिन बाद बुधवार को कहा कि दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास लंबित मुद्दों के पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान के लिए विचारों का खुलकर एवं रचनात्मक आदान-प्रदान किया। विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्षों ने प्रासंगिक सैन्य एवं राजनयिक माध्यमों से संवाद एवं वार्ता की गति बनाए रखने पर सहमति जताई। वार्ता के दौरान कोई बड़ी सफलता मिलने का स्पष्ट संकेत नहीं मिला।

कोर कमांडर स्तर की वार्ता का 20वां दौर
कोर कमांडर स्तर की वार्ता का 20वां दौर एलएसी के पास भारतीय क्षेत्र में चुशुल-मोल्डो सीमा के पास आयोजित किया गया। दोनों देशों के बीच सैन्य वार्ता का पिछला दौर 13 और 14 अगस्त को हुआ था। विदेश मंत्रालय ने कहा, दोनों पक्षों ने पश्चिमी सेक्टर में एलएसी के पास लंबित मुद्दों के शीघ्र एवं आपस में स्वीकार्य समाधान के लिए स्पष्ट, खुलकर और रचानात्मक तरीके से विचारों का आदान-प्रदान किया।

तीन साल से बना हुआ है गतिरोध
यह वार्ता दोनों देशों के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा मुहैया कराए गए निर्देशों के अनुसार की गई। इस दौरान 13-14 अगस्त को हुई कोर कमांडर स्तर की बैठक के पिछले दौर में हुई प्रगति को आगे बढ़ाया गया। दोनों पक्षों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में जमीन पर शांति बनाए रखने की प्रतिबद्धता भी जताई। पूर्वी लद्दाख में कुछ बिंदुओं पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच तीन साल से अधिक समय से गतिरोध बना हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Time limit exceeded. Please complete the captcha once again.