हरी हो या सूखी, धनिया खाने से मिलते हैं ये 5 गजब के फायदे

धनिया लगभग हर भारतीय किचन में इस्तेमाल किया जाता है। इसे सूखा या ताजे पत्ते के रूप में इस्तेमाल किए जाता है। आमतौर पर इसे खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है लेकिन यह सेहत के लिए भी काफी गुणकारी होता है। अगर आप भी अभी तक धनिया से होने वाले फायदे से अनजान हैं जो आइए जानते हैं इसके कुछ फायदे।

धनिया एक मुख्य भारतीय मसाला और हर्ब है। इसकी विशेष महक के कारण ये लगभग सभी भारतीय व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है। ये खाने का फ्लेवर बढ़ाने के साथ शरीर के लिए भी कई प्रकार से लाभकारी है। धनिया के सीड्स का इस्तेमाल भी अलग तरीके से किया जाता है, जो कि गोल भूरे रंग की होते हैं और कई प्रकार की सब्जी या सॉस में डाले जाते हैं। वहीं इसके पत्ते का इस्तेमाल भी अलग रूप से किया जाता है, लगभग हर सब्ज़ी की सीज़निंग इसी पत्ते से की जाती है।

सेहत के लिए धनिया के बेमिसाल फायदे कुछ इस प्रकार हैं –

कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा कम करे
धनिया में मौजूद लिनोलिक एसिड, पैमिटिक एसिड, ओलिक एसिड और एस्कॉर्बिक एसिड ब्लड में मौजूद बैड कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है और गुड कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाता है। यह आर्टरी और वेंस की वॉल पर जमी बैड कॉलेस्ट्रॉल को कम करता है, जिससे हार्ट अटैक जैसी कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।

डायरिया से बचाव करे
धनिया में मौजूद बर्नियोल और लिनालूल जैसे कंपाउंड लिवर की कार्यशैली में सुधार लाता है और पाचन क्रिया सुधारता है। इसकी एंटी बैक्टिरियल गुण डायरिया से बचाव करते हैं। उल्टी, मितली और पेट संबंधी बीमारियों से बचने के लिए धनिया का घरेलू नुस्खों में बहुत प्रयोग किया जाता है।

स्किन इन्फेक्शन से करे बचाव
धनिया एक बहुत ही बेहतरीन डिसइन्फेक्टेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटीसेप्टिक गुणों का भंडार है। इससे स्किन इन्फेक्शन से बचाव किया जा सकता है।

ब्लड प्रेशर करे संतुलित
धनिया ब्लड वेसल के टेंशन को कम करता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचाव होने के साथ ब्लड प्रेशर भी संतुलित रखता है।

डायबिटीज करे कंट्रोल
डाइटरी फाइबर से भरपूर धनिया पाउडर ब्लड ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करता है। यह पैंक्रियाज से निकलने वाले इंसुलिन हार्मोन के उत्पादन को भी बढ़ाता है।

एजिंग करे दूर
धनिया के पानी से एक्जिमा, सोरिएसिस जैसी स्किन की समस्याएं समाप्त होती हैं और ये फ्री रेडिकल से भी लड़ता है जिससे एजिंग की प्रक्रिया धीमी होती है।

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