छठ पूजा करने पर दिल्ली सरकार ने लगाई रोक

कहा, यमुना घाट पर कोई नहीं करेगा छठ पूजा

नई दिल्ली। देश भर में आज छठ पूजा का आयोजन किया जा रहा है। हालांकि, दिल्ली सरकार की तरफ से यमुना घाट पर छठ पूजा की अनुमति नहीं दी गई है। घाटों पर छठ समारोह लेकर डीएम के आदेश के बाद सोनिया विहार और कालिंदी कुंज और आईटीओ में यमुना घाट की तरफ जाने वाले रास्ते पर भी बैरिकेडिंग कर दी गई। वहीं, यमुना में जहरीले झाग को घाट पर आने से रोकने के लिए कालिंदी कुंज में बैरिके​ड लगाए जा रहे हैं।

 

छठ पूजा समिति, कालिंदी कुंज के अध्यक्ष विकास राय ने बताया कि यमुना घाट पर आ रहे कुछ श्रद्धालुओं को पुलिस लौटा रही है। 10 नवंबर की शाम को छठ पूजा पर सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। 11 नवंबर की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर ये व्रत पूरा किया जाएगा।

 

छठ पूजा के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील

यमुना तट पर पूजा करने की अनुमति देने की मांग को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। याचिका में दिल्ली सरकार और पुलिस को यमुना नदी के तटों पर छठ पूजा का आयोजन करने की अनुमति के लिए निर्देश देने की मांग की गई थी। इसमें तटों पर पूजा करने वाले किसी भी श्रद्धालु के खिलाफ कोई मामला दर्ज न किए जाने की मांग भी की गई थी।

केंद्रीय मंत्री ने कहा- यमुना में गंदगी के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली में यमुना के प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार को दोषी ठहराया है। शेखावत ने कहा- केंद्र सरकार ने अपनी सभी जिम्मेदारियों को पूरा किया। समय पर फंड रिलीज किए ,लेकिन दिल्ली की सरकार जनता से किए अपने वादे से मुकरने के बहाने ढूंढ़ती रही। केजरीवाल सरकार ने एनजीटी के आदेश की अवहेलना की, नतीजा सबके सामने है। केजरीवाल जी आरोपों की राजनीति के बजाय यमुना सफाई परियोजना पर ध्यान लगाएं जिससे आने वाले वर्षों में छठ व्रतियों को कष्ट न झेलना पड़े।