यूपी की विधानसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बर्खास्तगी की उठी मांग, कांग्रेसियों ने विधानसभा के सामने निकाला पैदल मार्च

लखनऊ। लखमीपुर खीरी किसान कांड में भाजपा भले ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त नहीं करना चाहती है। मगर बर्खास्तगी को लेकर विपक्ष अड़ा हुआ है। बुधवार से यूपी विधानसभा का 3 दिवसीय शीतकालीन सत्र शुरू हुआ तो पहले दिन विपक्ष ने सदन के अंदर और बाहर महंगाई, लखीमपुर हिंसा और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों को लेकर सरकार की घेराबंदी की।

कांग्रेस विधायकों ने लखीमपुर किसान कांड में आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने हजरतगंज गांधी प्रतिमा से विधानसभा तक पैदल मार्च किया। सपा विधायकों ने गन्ना किसानों की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। सपा विधायक यहां गन्ना लेकर पहुंच गए थे। पैदल मार्च में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस की नेता विधान मंडल आराधना मिश्रा मोना, कांग्रेस के नेता विधान परिषद दीपक सिंह सहित अन्य कांग्रेसियों ने गृह राज्यमंत्री ‘अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करो’ के नारे लगाए। सीएम योगी आदित्यनाथ भी विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए विधानसभा पहुंचे। विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने देश के पहले CDS सहित 11 सैन्यकर्मियों के निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त की। साथ ही बसपा विधायक सुखदेव राजभर के निधन की भी सूचना दी। 18 अक्टूबर 2021 को राजभर का निधन हुआ था। वे 2007 से 2012 तक विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे। इसके बाद सदन को कल यानी गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया है।

यहां बता दें कि शीतकालीन सत्र में 16 दिसंबर को चालू वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट 2022-23 के लिए लेखानुदान पेश किया जाएगा। जुलाई तक के लिए होने वाला ये लेखानुदान लगभग पौने दो लाख करोड़ रुपए का हो सकता है। सरकार चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए दूसरा अनुपूरक बजट भी लाएगी। लेखानुदान के तहत नए वित्तीय वर्ष में जुलाई महीने तक के लिए जरूरी खर्चों के लिए बजट का प्रारूप तैयार कर लिया है।विधानसभा का यह सत्र बेहद छोटा होगा। महज 3 दिन तक चलने वाला शायद विधानसभा का यह अंतिम सत्र हो सकता है।