आबादी से दूर लगेंगी पटाखे की दुकानें

लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने दीपावली (Diwali) के त्योहार को देखते हुए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि, दीपावली के लिए पटाखों की दुकान (Firecracker Shop) आबादी से दूर लगाया जाना सुनिश्चित कराएं. जहां पटाखों का क्रय/विक्रय हो, वहां फायर टेंडर के पर्याप्त इंतज़ाम किए जाएं. पुलिस बल की सक्रियता भी बनी रहे. दीपावली खुशियों का त्योहार है. यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश के सभी सरकारी, अर्धसरकारी, संविदा, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के अक्टूबर माह का वेतन/मानदेय प्रत्येक दशा में 01 नवंबर तक भुगतान कर दिया जाए. हाल के दिनों में सब्जी, खाद्य तेल, दाल आदि के मूल्य में अनापेक्षित बढ़ोतरी देखी जा रही है.

जमाखोरी/कालाबाजारी इसका एक बड़ा कारक है. सघन अभियान चलाकर ऐसे लोगों को चिन्हित कर कठोरतम कार्रवाई की जाए. इसके अलावा, आमजन को राहत पहुंचाने के लिए अन्य उपायों पर भी गम्भीरता से विचार किया जाए. त्योहारों के दृष्टिगत अराजक तत्वों की सक्रियता बढ़ सकती है. बीते एक-दो दिनों में कुछ क्षेत्रों में लूट की घटनाएं भी घटित हुई हैं. ऐसे में पुलिस को अतिरिक सतर्कता बरतने की जरूरत है. शहरों में ट्रैफिक जाम की स्थिति न हो, इसके लिए फुट पेट्रोलिंग भी बढ़ाई जाए. पुलिस बल सतत गश्त जारी रखे.

बटाईदारों को भी धान विक्रय की सुविधा दी जाए

प्रदेश में धान खरीद की प्रक्रिया चल रही है. यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी धान क्रय केंद्रों पर व्यवस्था सुचारु बनी रहे. जिलाधिकारी स्वयं क्रय केंद्रों का निरीक्षण करें. मुख्य भू-स्वामी किसान के अलावा बटाईदारों को भी धान विक्रय की सुविधा दी जाए. कृषि उत्पादन आयुक्त/खाद्य आयुक्त स्तर से तत्काल इस संबंध में व्यवस्था कर दी जाए. जिलों में नोडल अधिकारी एक्टिव रहें. किसानों को भुगतान में देरी न हो.

प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा केजीएमयू लखनऊ का करें स्थलीय निरीक्षण

डेंगू, कॉलरा, डायरिया मलेरिया सहित वायरल से प्रभावित जनपदों में विशेष सतर्कता बरती जाए. अस्वस्थ लोगों के उपचार के लिए सभी अस्पतालों में प्रबंध किए गए हैं. सर्विलांस को बेहतर करते हुए हर एक मरीज के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाए. बचाव के लिए व्यापक स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य सतत जारी रखें. निगरानी समितियों को एक्टिव करने की जरूरत है. प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा स्वयं एक बार केजीएमयू लखनऊ का स्थलीय निरीक्षण करें.