गुजरा रवि शास्त्री और विराट कोहली का युग

मुंबई। रवि शास्त्री और विराट कोहली का युग टी-20 विश्व कप में भारत के अभियान के साथ ही खत्म हो गया। इस जोड़ी ने भारत को ट्रॉफी नहीं जिताई, लेकिन ऊंचे आयाम तक जरूर पहुंचाया है। टूर्नामेंट में नामीबिया के खिलाफ आखिरी मैच के बाद हेड कोच रवि शास्त्री ने खिलाड़ियों व साथी सपोर्ट स्टाफ के सामने अपना पद छोड़ते हुए स्पीच दी, जिसका वीडियो खुद BCCI ने शेयर किया है।

इमोशनल हुए रवि शास्त्री

अपनी विदाई स्पीच में शास्त्री ने ड्रेसिंग रूम में कहा- एक टीम के तौर पर आपने अपेक्षा से ज्यादा हासिल किया है। पिछले पांच साल में पूरी दुनिया में जाकर हर फॉर्मेट में आपने टीमों को हराया है। ये क्रिकेट इतिहास की सबसे बढ़िया टीम गिनी जाएगी, क्योंकि हर किसी के सामने देखने के लिए रिजल्ट हैं।

उन्होंने आगे कहा- हां, आखिरी टूर्नामेंट अच्छा नहीं रहा। हम एक-दो ICC ट्रॉफी जीत सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, लेकिन यही खेल है, आपको फिर मौका मिलेगा, अब अनुभव के साथ आगे जाएंगे। जिंदगी में सिर्फ वही सब कुछ नहीं है जो आपने हासिल किया, ये भी मायने रखता है कि आप कहां से आए हैं। रवि शास्त्री ने अंत में कहा- ये टीम हर चुनौती को स्वीकार कर सकती है, यही इसकी सबसे बड़ी खासियत है।

शास्त्री स्पीच खत्म होने के बाद टीम के सभी खिलाड़ियों से गले मिलते नजर आए। बता दें कि शास्त्री के साथ-साथ बॉलिंग कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधर का कार्यकाल भी वर्ल्ड कप के साथ ही समाप्त हो गया है।

2017 में बने थे टीम इंडिया के कोच

रवि शास्त्री साल 2017 में टीम इंडिया के हेड कोच बने थे। उनकी कोचिंग में भारतीय टीम ने 2019 के वनडे वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल और 2021 के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में फाइनल तक का सफर तय किया था। शास्त्री के कार्यकाल में टीम इंडिया ने लगातार दो बार ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर टेस्ट जीतने का रिकॉर्ड बनाया।