गोरखपुर। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में एक मात्र जीवित बचे वायु सेना के देवरिया जिले के निवासी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन हो गया है। इस हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल विपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी।
वरुण सिंह का बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा था। ग्रुप कैप्टन सिंह को तमिलनाडु के वेलिंगटन से बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था। 8 दिसंबर को कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में गंभीर रुप से घायल हो गए थे।
देवरिया के रुद्रपुर तहसील की कन्हौली गांव के रहने वाले शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अदम्य साहस और पराक्रम के लिए जाने जाते हैं। उन्हें बीती 15 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। कन्हौली गांव के रहने वाले शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे हैं।
उनके पिता कर्नल केपी सिंह भी सेना से रिटायर हो चुके हैं। छोटे भाई भी नेवी में कार्यरत हैं। शहीद वरुण सिहं तेजस विमान भी उड़ा चुके हैं। वर्ष 2007 से 2009 तक वह गोरखपुर में कार्यरत रहे थे। शहीद के माता-पिता मध्यप्रदेश के भोपाल में रहते हैं, वहीं पत्नी और बच्चे तमिलनाडू के वेलिंगटन में रहते हैं।
जब वरुण सिंह घायल हुए थे तो उनके ठीक होने के लिए पैतृक गांव में पूजा-अर्चना की गई थी। गांव के लोग दुआएं कर रहे थे कि वह जल्द से जल्द स्वस्थ जाएं। अब उनकी मौत की खबर से गांव में मातम छा गया है। हर किसी की आंखों में आंसू हैं। जिले भर के लोग शहीद को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।