ईंटों पर जीएसटी की दर बढ़ाए जाने का विरोध शुरू

 एसोसिएशन ने केंद्रीय वित्तमंत्री को भेजा ज्ञापन

कहा, अगर दरें बढ़ाई जाती हैं तो बर्बाद हो जाएगा ईंट उद्योग

लखनऊ। लखनऊ ब्रिक किल्न एसोसिएशन ने ईट पर जीएसटी दर बढ़ाने के प्रस्ताव का विरोध किया है। एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश से मुलाकात की। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने जीएसटी दर वापस लेने और अगले दो सीजन के लिए ईटों को कर मुक्त किए जाने की मांग की। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय वित्तमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा।

एसोसिएशन के महामंत्री मुकेश मोदी ने कहा कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में ईट पर बिना आईटीसी क्लेम किये कर दर एक प्रतिशत से बढ़ाकर छह प्रतिशत व आईटीसी लेने पर कर दर पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत लागू किए जाने का प्रस्ताव पास किया गया है जोकि अत्यन्त अव्यवहारिक एवं जनहित के विरुद्ध है क्योंकि मिट्टी की दीवार से घर बनाना बंद हो गया है। घर बनाने का सर्वसुलभ एकमात्र विकल्प लाल ईट है जो मूलभूत जरूरत बन गई है। उन्होंने बताया कि बैठक में 20 लाख टर्नओवर पर कम्पोजीशन का प्रस्ताव किया जाना हास्यापद है, क्योंकि जीएसटी नियमों में ही 40 लाख तक का टर्नओवर करमुक्त है। उन्होंने कहा कि कर दर बढ़ाने से ईटों की कीमत बढ़ेगी, क्योंकि कोयले के दामों में भारी बढ़ोतरी से उत्पादन लागत भी बढ़ रही है।