रूस ने नॉर्ड स्ट्रीम टू पर की अमेरिका के फैसले की निंदा

रूस ने नॉर्ड स्ट्रीम टू पर की अमेरिका के फैसले की निंदा

मुम्बई। रूस ने गुरुवार को अमेरिका के उस निर्णय की निंदा की जिसमें कहा गया कि अगर यूक्रेन पर हमला होता है तो रूस और जर्मनी के बीच नाॅर्ड स्ट्रीम टू पाइपलाइन को जारी नहीं रखा जाएगा।

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने 26 जनवरी को कहा राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व वाला प्रशासन जर्मनी के साथ काम कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पाइपलाइन की क्षति होने पर बर्लिन को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

श्री प्राइस ने राष्ट्रीय जनता रेडियो को कहा, “मैं बहुत स्पष्ट कहना चाहता हूँ कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो नॉर्ड स्ट्रीम टू का काम आगे नहीं बढ़ेगा।”

इसके जवाब में रूस के सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमत्री मेदवेदेव ने कहा, “अगर वे (राजनेता) अपने करदाताओं, नागरिकों के पैसों को इस तरह से बर्बाद करने के लिए तैयार हैं तो ऐसा ही सही, लेकिन जर्मनी सहित कोई भी राजनेता, ऐसा नहीं करेगा।”

यह टिप्पणी अमेरिका द्वारा यूक्रेन को नाटो का हिस्सा बनने से रोकने की रूस की मांग को खारिज करने के एक दिन बाद आई है।

इससे पहले अमेरिका में रूसी दूतावास ने राजनयिकों के भावनात्मक प्रस्थान का एक वीडियो पोस्ट किया था।

न्यूयॉर्क पोस्ट ने विदेश विभाग के हवाले से कहा कि 50 से अधिक राजनयिकों और उनके परिवारों को वीजा समाप्त होने के कारण उन्हें अमेरिका छोड़ना पड़ा, लेकिन रूस ने कहा है कि यह कदम निष्कासन के बराबर है।

गौरतलब है कि रूस के संभावित हमले के मद्देनजर अमेरिका ने यूक्रेन को 20 करोड़ डॉलर की सैन्य सहायता भेजी है और 8,500 सुरक्षाकर्मियों को नाटो जवाबी बल को सहयोग करने के लिए सजग रखा है।