आईए जानते हैं श्रावण मास का महत्व और पूजा विधि को विस्तार से…..

इस साल भगवान शिव का सबसे खास महीना सावन 30 नहीं बल्कि करीब 59 दिनों का होने वाला है। ऐसे में शिव जी की कृपा भक्तों पर पूरे दो महीने बरसने वाली है। दरअसल, इस साल सावन महीने की शुरुआत 4 जुलाई, 2023 से हो रही है। जबकि यह 31 अगस्त, 2023 को समाप्त होगा। इसके अलावा भक्तों को इस बार 4 सोमवारी के बदले 8 सोमवारी व्रत रखने का मौका मिलेगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यदि कोई भक्त सावन के सोमवार का व्रत करता है उसके वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है। ऐसे में जानते हैं श्रावण मास का महत्व और पूजा विधि को विस्तार से…..

सावन के सोमवार का महत्व
सावन का महीना भगवान शिव को बेहद प्रिय है। मान्यता है कि इस महीने पूरे भक्ति-भाव से महादेव की आराधना करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही यदि कोई भक्त सावन के सोमवार का व्रत करता है उसके वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है।

शिव जी ऐसे होंगे प्रसन्न
सावन के महीने में की गई पूजा से भगवान भोलेनाथ जल्द प्रसन्न होते हैं। इसलिए शिव जी को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर धतूरा, बेलपत्र चावल चंदन, शहद आदि जरूर चढ़ाएं।  

ऐसे करें शिव जी की पूजा

1.सावन के प्रत्येक सोमवार को शिव जी पूजा की जाती है।
2. ऐसे में सुबह नहा-धोकर अपने दाहिने हाथ में जल लेकर सावन सोमवार व्रत का संकल्प लें।
3. फिर महादेव पर गंगा जल चढ़ाएं।
4. इसके बाद ओम नमः शिवाय का जाप करते हुए शिव जी का जल से अभिषेक करें।
5. अब भगवान शिव को अक्षत, सफेद फूल, सफेद चंदन, भांग, धतूरा, गाय का दूध, धूप, पंचामृत, सुपारी, बेलपत्र अर्पित करें।
6. अंत में शिव चालीसा और आरती जरूर पढ़ें।

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