चीन ने एक बार फिर ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया है। द्वीप के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि 4 जुलाई को आठ चीनी युद्धक विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया और ताइवान के तट के भीतर पहुंचा। चीन अपनी इन हरकतों से अमेरिका को भी उकसाने की कोशिश कर रहा है।

चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब एक बार फिर चीनी युद्धक विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मंगलवार सुबह आठ चीनी विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार कर लिया, क्योंकि चीन ने लोकतांत्रिक द्वीप पर सैन्य दबाव बढ़ा दिया है।
चीनी सैन्य विमान लगभग प्रतिदिन ताइवान के ऊपर उड़ान भरते हैं, जिस पर द्वीप की कड़ी आपत्तियों के बावजूद चीन अपना क्षेत्र होने का दावा करता है। वे आम तौर पर ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में काम करते हैं।
चीन ने किया ताइवानी इलाकों में घुसपैठ
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि लड़ाकू जेट और बमवर्षक सहित कुल 24 चीनी युद्धक विमानों को मंगलवार सुबह लगभग 8 बजे (0000 GMT) ताइवान के पास देखा गया, चार चीनी युद्धपोत भी “संयुक्त युद्ध गश्ती” में शामिल हुए।
मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ताइवान ने चीनियों को चेतावनी देने के लिए विमान और जहाज भेजे, जबकि मिसाइल प्रणालियों ने उनकी निगरानी की। मंत्रालय के मुताबिक, क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखना हर किसी की जिम्मेदारी है। क्षेत्रीय सुरक्षा पर प्रभाव डालने वाला उत्तेजक व्यवहार अच्छा नहीं है।
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