देश के मैदानी इलाकों में पड़ रही भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए रोजाना हजारों पर्यटक उत्तराखंड के पर्वतीय शहरों की ओर रुख कर रहे हैं। दिल्ली-NCR, यूपी सहित देश के अन्य राज्यों से टूरिस्टों की भारी भीड़ देखने को मिली रही है। नैनीताल, मसूरी, हल्द्वानी, अल्मोड़ा, हरिद्वार, आदि पर्यटक स्थल पूरी तरह से पैक हैं।

पर्यटकों की भारी भीड़ की वजह से पर्यटक स्थलों में जलसंकट गहराने लगा है। पीने के पानी की मांग दोगुनी हो गई है। नैनीताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में सरोवरनगरी में पीने का पानी का संकट गहराने लगा है। स्थिति यह है कि शहर में सप्लाई होने वाले कुल पानी का आधा हिस्सा पर्यटक ही पी जा रहे हैं।
नैनीताल जल संस्थान के सहायक अभियंता डीएस बिष्ट के अनुसार पर्यटकों की संख्या बढ़ने के कारण पानी की मांग दोगुने के करीब पहुंचने वाली है। आम दिनों में नैनीताल की 40 हजार की आबादी और होटलों के लिए 10 से 12 एमएलडी पानी पर्याप्त होता है। लेकिन बीते एक महीने से 16 एमएलडी पानी सप्लाई किया जा रहा है।
इसमें से आठ एमएलडी होटलों को और इतना ही नैनीताल के स्थानीय लोगों को दिया जा रहा है। मांग बढ़ने के कारण शहर के कुछ इलाकों में पानी की कटौती भी की रही है। पानी की कटौती की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। टैंकर से भी पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है।
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