हिन्दू धर्म में विजय दशमी पर्व को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था और अधर्म पर धर्म की विजय हुई थी। इस वर्ष यह पर्व 5 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
हर वर्ष विजयदशमी पर्व पर देशभर में अन्याय के प्रतीक लंकापति रावण का पुतला दहन किया जाता है। इसी दिन प्रभु श्री राम ने रावण पर विजय प्राप्त की थी और उसका वध किया था। इस वर्ष देश भर में दशहरा पर्व 5 अक्टूबर (Dussehra 2022 Date) को धूमधाम से मनाया जाएगा। मान्यता है कि दशहरा पर्व पर भगवान श्री राम और माता लक्ष्मी की पूजा करने से और कुछ उपायों का पालन करने से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। यह दिन उन सभी लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपने जीवन में लक्ष्य की प्राप्ति की कामना कर रहे हैं। आइए जानते हैं उपाय जिन्हें करने से माता लक्ष्मी होती है प्रसन्न-
करें चंद्रमा के दर्शन (Dussehra Upay)
यदि आपका मन उदास रहता है और आप अपने लक्ष्य से दूर हटते जा रहे हैं तो दशहरा से लेकर शरद पूर्णिमा तक चंद्र दर्शन अवश्य करें। हर रोज 5 से 10 मिनट चंद्रमा की रोशनी में बैठिए और अपने मन की बात कहिए। ऐसा करने से चंद्र देव प्रसन्न होंगे और आपकी सभी परेशानियां दूर कर देंगे।
जरूर करें यह उपाय
विजयदशमी पर्व के दिन शमी पेड़ के नीचे दीपक जलाने से सभी परेशानियों पर विजय प्राप्त हो जाती है। ऐसा करने से नौकरी, जमीन-जायदाद इत्यादि से संबंधित परेशानियों से व्यक्ति को छुटकारा मिलता है। इसके साथ दशहरा के दिन भगवान हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग जरूर लगाएं। ऐसा करने से वह आपको सफलता प्राप्त करने में मदद करेंगे।
करें गुप्त दान (Vijayadashami 2022)
मान्यता है कि दशहरा के दिन रावण दहन के बाद गुप्त दान करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है। इसलिए इस दिन अन्न, जल या वस्त्र का गुप्त दान अवश्य करें। इसके साथ दशहरा की शाम को मंदिर में माता लक्ष्मी का ध्यान करते हुए झाड़ू दान करें। ऐसा करने से धन और समृद्धि में बढ़ोतरी होती है साथ ही व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो जाती है। इस दिन नीलकंठ को देखने से भी व्यक्ति के भाग्य खुल जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि श्री राम ने रावण का वध करने से पहले नीलकंठ को देखा था और नीलकंठ को शिवजी का स्वरूप माना जाता है।