अगर आप ऑनलाइन गेमिंग से पैसा कमाते हैं और उस पर कोई टैक्स नहीं देते हैं तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं। आयकर विभाग जल्द पर ऐसे लोगों पर कार्रवाई कर सकता है। अगर आप ऑनलाइन गेमिंग से पैसा कमाते हैं तो उसका जिक्र आईटीआर में जरूर करें।
अगर आप जमकर ऑनलाइन गेम खेलते हैं और इससे पैसे भी कमाते हैं तो जल्द ही आयकर विभाग आप पर शिकंजा कस सकता है। ऑनलाइन गेमिंग का कारोबार देश में बढ़ता ही जा रहा है और ज्यादातर गेम खेलने वाले इससे होने वाली कमाई पर कोई टैक्स नहीं देते। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के मुताबिक, पिछले तीन वित्त वर्ष में आनलाइन गेमिंग के एक पोर्टल ने विजेताओं को 58,000 करोड़ रुपये जीत की रकम के तौर पर हैं। हालांकि एक भी विजेता ने इस दिए कमाई पर टैक्स नहीं दिया है। अब आनलाइन गेमिंग से कमाई करने वालों को आयकर विभाग नोटिस भेज रहा है।आनलाइन गेमिंग से कमाई करने वालों का पता लगाने के लिए विभाग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) का इस्तेमाल किया है। विभाग का कहना है कि इस तरह से कमाई करने वालों को रिवाइज रिटर्न भरना होगा और नियम के मुताबिक कमाई पर 30 प्रतिशत टैक्स देना होगा। हालांकि टैक्स विशेषज्ञ आनलाइन गेमिंग पर लगने वाले टैक्स के प्रारूप पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि टैक्स का निर्धारण सही मायने में तभी हो सकता है जब तय हो जाए कि आनलाइन गेमिंग स्किल का गेम है या फिर चांस का। इसे अभी परिभाषित नहीं किया गया है। चीन के बाद सबसे अधिक आनलाइन गेम खेलने वाले लोग भारत में है।
कितना है ऑनलाइन गेमिंग का कारोबार
सभी आनलाइन गेम में कमाई नहीं होती है, लेकिन कई गेमिंग प्लेटफार्म से लोग धड़ल्ले से कमाई कर रहे हैं। एससी लीगल सालिसिटर्स एंड एडवोकेट्स के संस्थापक व चार्टर्ड अकाउंटेंट असीम चावला कहते हैं कि अगर अनिलाइन गेमिंग में होने वाली आकस्मिक कमाई को बेटिंग माना जाता है तो इस पर 30 उस पर टैक्स की दर से टैक्स देना होगा। बेटिंग पर 30 प्रतिशत टैक्स लगता है। हालांकि अगर इसे स्किल का गेम माना जाता है और अन्य पेशे में कार्यरत व्यक्ति स्किल से गेमिंग में आकस्मिक कमाई करता है तो उस पर टैक्स की दर अलग होगी। बता दें कि अभी देश में 2.5 अरब डॉलर का ऑनलाइन गेमिंग कारोबार है।
खिलाड़ियों की केवाईसी की अनिवार्यता भी नहीं
अभी आनलाइन गेमिंग के खिलाड़ियों की केवाईसी की अनिवार्यता भी नहीं है। टीवी पर आनलाइन गेमिंग के विज्ञापन में भी कहा जाता है इन खेलों में वित्तीय जोखिम शामिल हैं। हालांकि वित्तीय जोखिम तो शेयर बाजार में भी हैं और वहां से शार्ट टर्म लाभ पर 15 प्रतिशत टैक्स देना पड़ता है।
लाटरी पर लगता है 30 प्रतिशत का टैक्स
अभी लाटरी पर 30 प्रतिशत का टैक्स लगता है और जीतने वाले को ने 30 प्रतिशत टैक्स काटकर रकम दी जाती है। हालांकि आनलाइन गेम में स्किल भी शामिल है। ऐसे में कोई व्यक्ति आनलाइन गेमिंग से होने वाली कमाई को टैक्स रिटर्न में दूसरे स्रोत से होने वाली आय की श्रेणी में भी रख सकता है। विशेषज्ञों य का मानना है कि इन सभी चीजों हां पर सरकार को स्पष्टीकरण जारी करना चाहिए।