नवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं। नवरात्र पर मां दुर्गा का स्वागत श्रद्धा और उत्साह के साथ करें। घर या प्रतिष्ठान में नवरात्रि पर कुछ विशेष उपाय अवश्य करने चाहिए। इन बातों का ध्यान रखने से देवी मानवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं। नवरात्र पर मां दुर्गा का स्वागत श्रद्धा और उत्साह के साथ करें। घर या प्रतिष्ठान में नवरात्रि पर कुछ विशेष उपाय अवश्य करने चाहिए। इन बातों का ध्यान रखने से देवी मां प्रसन्न होती हैं और सुख समृद्धि का आशीष देती हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में
नवरात्र के दिनों में कण-कण में मां का वास माना जाता है। नवरात्रि पर अपने घर या प्रतिष्ठान की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। नवरात्रि के पहले दिन घर के मुख्य द्वार पर दाईं और बाईं ओर हल्दी एवं चूने से स्वास्तिक का चिह्न बनाएं। चावल से भरा पीतल का कलश अपने घर के मंदिर की उत्तर-पूर्व दिशा में रखें। ऐसा करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है। सूर्यास्त के साथ सात कर्पूर जलाकर मां की आरती करें। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है। नवरात्रि में देवी मां को भोग लगाएं तो घंटी या ताली जरूर बजाएं। माना जाता है कि देवी मां तब तक भोजन ग्रहण नहीं करती हैं, जब तक उनका आह्वान न किया जाए। नवरात्रि पर हर दिन तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं। नवरात्रि में प्रतिदिन माथे पर लाल चंदन का तिलक लगाएं, ऐसा करने से मानसिक शांति मिलती है। मां को गुलाब, गुड़हल और कमल का फूल अर्पित करें। नवरात्रि के दिनों में रसोई में नींबू न काटें। घर में खट्टी चीजों का प्रयोग कम कर दें। नवरात्रि के दौरान घर में पुरानी झाड़ू को नहीं बदलना चाहिए। नवरात्रि के दौरान घर के आंगन को गोबर से लीपना चाहिए। ऐसा न कर सकें तो घर के आंगन में सात कंडे टांग दें। ऐसा करने से घर का वातावरण शुद्ध बना रहेगा। नवरात्रि में रसोई में छौंक लगाने से बचें। पक्का खाना ही बनाएं। नवरात्र में काले रंग का प्रयोग न करें। आम और अशोक के पत्तों के तोरण से घर के मुख्य द्वार को सजाएं। घर के मुख्य द्वार पर रोली, कुमकुम और हल्दी से स्वास्तिक बनाएं। नवरात्र में हर दिन घर में शंख जरूर बजाएं।