यूट्यूब पर वीडियो रिकमन्डेशन को लेकर एक पैटर्न देखने को मिल रहा है। यह आपको कुछ परेशान कर सकता है।
गूगल के पॉपुलर वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब का इस्तेमाल दुनिया भर में करोड़ों यूजर्स द्वारा किया जाता है। अगर आप भी नए गानों को देखने-सुनने और वीडियो के लिए इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए एक नई जानकारी वाला हो सकती है।पर यूजर्स को मिलने वाले रिकमन्डेशन को लेकर एक पैटर्न देखने को मिल रहा है, जो आपके भी कान खड़े कर सकता है।
पब्लिक प्लेस पर यूट्यूब देखने में क्या परेशानी है?
दरअसल इन दिनोंपर यूजर्स रिकमन्डेशन को लेकर एक पैटर्न देखने को मिल रहा है। यहां यूजर को ऐसा कंटेंट दिखाया जा रहा है जो उन्हें पब्लिक प्लेस पर शर्मिन्दा होने के लिए मजबूर कर सकता है।
अब आप कहेंगे कि आप यूट्यूब पर कुछ भी गलत कंटेंट नहीं देखते हैं, ऐसे में गलत कंटेंट का होम पेज पर शॉ होना कैसे मुमकिन है। बता दें, अगर आपकी यूट्यूब सर्च हिस्ट्री और वॉच हिस्ट्री पूरी तरह सही है, बावजूद इसके ऐसा होना मुमकिन है।
इंटरेस्ट नहीं होने के बाद भी ऐसे वीडियो पर पड़ सकती है नजर
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बहुत से यूजर्स ने शिकायत की है कि उन्हें यूट्यूब पर ऐसा कंटेंट रिकमेंड किया जा रहा है जो उनके इंटरेस्ट से मैच ही नहीं कर रहा।
अलग और ध्यान देने वाली बात तो ये कि टाइमलाइन पर दिखाए जाने वाले कंटेंट में ऐसे थमनेल देखने को मिले हैं जो भारत में पूरी तरह से बैन है। बता दें, ऐसा यूट्यूब रिकमन्डेशन के सिस्टम में आने वाली किसी परेशानी की वजह से हो रहा है।
Youtube पर यूजर को किस आधार पर दिखाए जाते हैं वीडियो?
दरअसल गूगल और यूट्यूब अपने यूजर्स की हिस्ट्री को ध्यान में रखकर काम करते हैं। एक यूजरपर जिस तरह का कंटेंट ज्यादा सर्च करता है उसे वैसा ही कंटेंट गूगल डिसकवर पर देखने को मिलता है। इसी तरह यूट्यब पर ही यूजर की वॉचिंग और सर्चिंग हिस्ट्री के आधार पर वीडियो शॉ किए जाते हैं, ताकि यूजर अपने इंटरेस्ट के वीडियो पर उन पर क्लिक करे।