राज्य के ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले के कुछ भागों में घने से बहुत घना कोहरा छाने और कुछ जगह पर प्रचंड ठंड की स्थिति रहने की संभावना को देखते हुए आरेंज अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाने से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में कोहरे और शीतलहर के कारण हाड़ कंपाने वाली सर्दी पड़ रही है। वहीं आज बुधवार को राजधानी देहरादून में भी तड़के घना कोहरा छाया रहा। हालांकि बाद में धूप खिल आई।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड राज्य के मैदानी क्षेत्रों खासकर ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले के कुछ भागों में घने से बहुत घना कोहरा छाने और कुछ जगह पर प्रचंड ठंड की स्थिति रहने की संभावना को देखते हुए आरेंज अलर्ट जारी किया है।
हरिद्वार में शीतलहर और मौसम विभाग की ओर से जारी आरेंज अलर्ट को देखते हुए जिले में कक्षा एक से 12वीं तक के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों, आंगनबाड़ी और मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में 28 और 29 दिसंबर को अवकाश घोषित किया गया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता के प्रस्ताव पर 30 और 31 दिसंबर को स्कूल खुलने का समय सुबह दस बजे से शाम साढ़े तीन बजे तक तय किया गया है।
वहीं हरिद्वार जिला में शीतलहर जारी है। शीतलहर के प्रकोप से बचने के लिए लोग अलाव, अंगीठी, हीटर, आदि का सहारा ले रहे हैं। कोहरे के चलते हाईवे और संपर्क पर वाहन रेंगते हुए चल रहे हैं। सुबह के वक्त घने कोहरे के चलते कामकाजी लोगों को कार्य स्थलों तक पहुंचने में असुविधा हो रही है।
इधर ठंड बढ़ने से गर्म कपड़ों का बाजार गर्म है। हीटर, ब्लोअर आदि की मांग बढ़ी है। हाड़ कंपाने वाली ठंड के चलते अस्पतालों में खांसी, जुकाम, बुखार आदि के मरीज बढ़े हैं।
कुमाऊं में भी मैदानी क्षेत्रों में कोहरा पसर रहा है। ऊधमसिंह नगर जिले में कोहरे का ज्यादा प्रकोप है। वहीं हल्द्वानी में मंगलवार को शीत ऋतु का पहला कोहरा पड़ा। बुधवार को यही स्थिति रही।कोहरे की वजह से पर्वतीय क्षेत्र में शीतलहर चल रही है। ठिठुरा देने वाली ठंड गलन पैदा कर रही है।
मौसम विभाग ने अगले दो दिन कोहरे की वजह से शीतलहर जारी रहने की संभावना जताई है। वहींपारा लुढ़कने से नैनीताल की अपेक्षा हल्द्वानी में अधिक ठंड रही। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि मैदानी क्षेत्रों में 29 दिसंबर तक कोहरा बना रह सकता है। फिलहाल वर्षा की संभावना नहीं है, लेकिन ठंड बरकरार रहेगी