उत्तराखंड के हरिद्वार में नकली दवाइयों के कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है. एसटीएफ (STF) और नारकोटिक्स विभाग ने संयुक्त रूप से इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. दरअसल, लम्बे समय से एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि हरिद्वार के भगवानपुर क्षेत्र में एक दवाई फैक्ट्री है जिसमें नकली दवाइयों का कारोबार चल रहा है, सूचना की पुष्टि होने पर एसटीएफ ने वहां रेड मारी.
बिना लाइसेंस चल रही थी दवा कंपनी
बताया गया जिस जगह STF ने छापा मारा है वहां स्थित दवाइयों की कंपनी में कोरोना के दौरान जरूरी रेमडेसिविर को बड़े पैमाने पर तैयार किया जा रहा था. STF और नारकोटिक्स विभाग की संयुक्त टीम ने रेड मारने के बाद कंपनी के लाइसेंस और अन्य डाक्यूमेंट चेक करने के लिए मांगे तो पता चला कि कंपनी के पास दवाइयां बनाने के किसी भी प्रकार के डाक्यूमेंट नहीं है. जिसके बाद रेड मारने वाली टीम ने दवा कंपनी और लाखों रूपये की रेमेडीसीविर को सीज किया.
कम्पनी को सीज किया
STF ने कार्रवाई के बाद जहां कंपनी को सीज कर दिया वहीं दवाइयों के सैंपल लेकर जांच के लिए लेबोरेटरी में भेजा है, जाचं रिपोर्ट आते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि इससे पहले एसटीएफ द्वारा हरिद्वार और देहरादून में प्रतिबंधित दवाइयों को बनाने और फर्जी दवाई कंपनियों के खिलाफ जम कर कार्रवाई की जा चुकी है, जिसमें 3 कंपनियों के साथ करोड़ों रुपये की दवाइयों को सीज किया गया था
एसटीएफ ने यह कहा
हरिद्वार में एसटीएफ और नारकोटिक्स विभाग की संयुक्त छापेमारी को लेकर एसएसपी STF अजय सिंह का कहना है कि लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाली ऐसी कंपनियों पर एसटीएफ ने लंबे समय से ऑपरेशन चलाया हुआ है, जिसके तहत भगवानपुर क्षेत्र की एक और कंपनी पर एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है. फिलहाल दवा कंपनी को सीज किया गया है और लेबोरेटरी से जैसे ही जांच रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जायेगी.