उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनने की रेस में कई नाम शामिल हैं। एक या दो नाम को लेकर अभी तक कोई भी दावा नहीं कर सकता है। लम्बे समय से चल रहे मंथन में पांच महीने होने के बाद अब उलटी गिनती शुरू हो गई है।
भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के बाद से ही नए अध्यक्ष की तलाश प्रारंभ होने लगी। भाजपा का शीर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश को बेहद मंझा प्रदेश अध्यक्ष नेता चाहता है। लम्बे समय से चल रहे मंथन में पांच महीने होने के बाद अब उलटी गिनती शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि पार्टी आज ही नया प्रदेश अध्यक्ष घोषित कर दे।भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में उत्तर प्रदेश भाजपा के संगठन से जुड़े नेताओं के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक तथा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ अन्य कई कैबिनेट मंत्रियों तथा संगठन से जुड़े पदाधिकारियों की भेंट के बाद अब उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को लेकर चर्चा फाइनल हो चुकी है। माना जा रहा है कि अब उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के नाम पर आज फाइनल मुहर लग जाएगी। नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का कभी भी एलान हो सकता है
उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनने की रेस में कई नाम शामिल हैं। किसी भी एक या दो नाम को लेकर अभी तक कोई भी दावा नहीं कर सकता है। बीते दिनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के एक ट्वीट से खलबली मच गई थी तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने वाराणसी में आज ही बयान दिया है कि हमारी पार्टी में कोई भी कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष बन सकता है। किसी के नाम को लेकर कयास लगाने से या फिर किसी नाम के खूब उछलने पर शीर्ष नेतृत्व जरा भी ध्यान नहीं देता है। संगठन तथा सरकार के बीच संतुलन से सारा काम होता है।
भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बेहद गंभीर है। पार्टी का टारगेट 80 में से 75 सीटों पर कब्जा करने का है। बीते कुछ वर्षों पर नजर डालें तो लोकसभा चुनाव ब्राह्मण और विधानसभा चुनाव पिछड़ा वर्ग से बनाए गए अध्यक्ष के नेतृत्व में लड़ा जाता रहा है। मसलन, 2014 लोकसभा चुनाव में लक्ष्मीकांत वाजपेयी, 2017 के विधानसभा चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य, 2019 के लोकसभा चुनाव में डा. महेंद्रनाथ पाण्डेय और 2022 के विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र देव सिंह ने संगठन की बागडोर संभाली थी और भाजपा को लगातार शानदार परिणाम भी मिला है।