रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने न्यूक्लियर वॉर को लेकर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि दुनिया में न्यूक्लियर वॉर (Nuclear War) का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. लेकिन रूस हर तरह से अपनी रक्षा करने में सक्षम है. पुतिन का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब यूरोपीयन यूनियन ने रूस पर नए प्रतिबंध लगाए हैं. इन नए प्रतिबंधों में ड्रोन सेक्टर पर प्रतिबंद के साथ-साथ अन्य टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर रोक शामिल है.
पुतिन ने बुधवार को मानवाधिकार परिषद की एक बैठक के दौरान यह बयान दिया. उन्होंने अमेरिका और उसके सहयोगी राष्ट्रों पर दुनिया को परमाणु युद्ध की ओर ले जाने का जिम्मेदार ठहराया.
पुतिन ने कहा कि रूस हरसंभव तरीके से अपनी सीमा और अपने सहयोगी राष्ट्रों की रक्षा करेगा. उन्होंने कहा कि रूस ने नहीं बल्कि अमेरिका ने अन्य देशों में टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियारों की सप्लाई बढ़ाई है.
पुतिन की सेना ने किया था न्यूक्लियर हमले से जुड़ा युद्धाभ्यास
रूस और यूक्रेन के बीच पुतिन की सेना परमाणु हमले से जुड़ा युद्धाभ्यास कर चुकी है. रूस के इस आक्रामक रुख के बाद अमेरिका ने यूरोप में टैक्टिकल न्यूक्लियर बमों की सप्लाई बढ़ा दी थी. अमेरिकी सेना ने हाइपरसोनिक हथिायारों का टेस्ट किया था. अमेरिका ने कई न्यूक्लियर हथियारों को नाटो के प्रमुख ठिकानों पर भेजने का फैसला किया था. इन हथियारों में बी61-12 थर्मोन्यूक्लियर बम भी शामिल हैं.
बता दें कि इससे पहले पुतिन अपने न्यूक्लियर डेटरेंट फोर्स को अलर्ट पर रख चुके हैं. वह परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी भी दे चुके हैं. रूस के पास दुनिया में सबसे अधिक न्यूक्लियर हथियार हैं.
लेकिन अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए चीफ विलयम बर्न्स ने रूस को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा था कि यूक्रेन युद्ध में अगर रूस की तरफ से परमाणु हथियार का इस्तेमाल किया जाता है तो रूस को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.