झडगांव ग्राम पंचायत के तया मल्ला तोक निवासी यशवंत सिंह की 38 वर्षीय पत्नी कमला देवी बीते बुधवार को दोपहर से घर नहीं आई थी। उसके पति बच्चों व गांव के लोगों को लगा था कि वह रोज की तरह पास ही जंगल में घास लेने गई होगी।
कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) की सीमा पर तीन माह के अंतराल में बाघ ने एक और महिला को शिकार बना लिया। बफरजोन से सटे सल्ट विकासखंड के झडगांव की महिला बीते रोज अचानक लापता हो गई थी। देर रात तक सर्च आपरेशन चला मगर उसका कहीं पता नहीं लग सका था। गुरुवार की सुबह मोहान व जौरासी रेंज के वन कर्मियों की संयुक्त टीम ने ग्रामीणों के साथ दोबारा कांबिंग की तो घर से कुछ ही दूर जंगल में महिला का शव बरामद हो गया।
सीटीआर से सटी सल्ट विकासखंड की झडगांव ग्राम पंचायत के तया मल्ला तोक निवासी यशवंत सिंह की 38 वर्षीय पत्नी कमला देवी बीते बुधवार को दोपहर से घर नहीं आई थी। उसके पति, बच्चों व गांव के लोगों को लगा था कि वह रोज की तरह घर का काम निपटा कर पास ही जंगल में घास लेने गई होगी। हालांकि वह मोबाइल घर ही छोड़ गई थी। मगर शाम तक कमला देवी घर नहीं लौटी तो स्वजनों और ग्रामीणों की चिंता बढ़ी।
अनहोनी की आशंका के बीच वन क्षेत्राधिकारी मोहान गंगाशरण व विक्रम सिंह कैडा जौरासी रेंज ने मय टीम रात करीब 11 बजे सर्च आपरेशन चलाया। ग्राम प्रधान महेश भारद्वाज के अनुसार सुबह दोबारा तलाशी अभियान शुरू किया गया। बदनगढ नाले की ओर घर से कुछ ही दूर कमला देवी का शव बरामद बरामद कर लिया गया।
रेंज अधिकारी गंगाशरण के अनुसार मृतका के गले में दांत के निशान हैं और मौके पर बाघ के बाल भी गिरे मिले हैं। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया महिला पर बाघ ने ही हमला किया है। इससे पूर्व बीते वर्ष नवंबर में कार्बेट टाइगर रिजर्व से ही लगे सांकर गांव निवासी गुड्डी देवी को भी बाघ ने मार डाला था। उसका शव कालागढ वन रेंज की सीमा से सटे जमरिया वन क्षेत्र से बरामद हुआ था।