कोविड संक्रमण के बाद परेशान कर सकते हैं ये 9 हेल्थ इशूज़

कोरोना वायरस संक्रमण एक व्यक्ति की ऊर्जा को पूरी तरह से ख़त्म कर देता है। रिकवरी के बाद भी व्यक्ति थकान और कमज़ोरी से जूझता है। इसके अलावा लॉन्ग कोविड के कई ऐसे लक्षण हैं जो लोगों को हफ्तो महीनों और यहां तक सालों तक परेशान करते हैं।

 कोरोना वायरस संक्रमण मरीज़ को परेशान करता ही है, लेकिन रिकवरी के बाद भी व्यक्ति इससे जुड़े लक्षणों से गुज़रता है। संक्रमण जो सांस से जुड़ी एक दिक्कत की तरह शुरू होता है और दिल, किडनी, फेफड़ों और यहां तक कि पेट को भी प्रभावित कर देता है। यह ऑफ्टर अफेक्ट्स हफ्तों, महीनों और यहां तक कि सालों तक एक व्यक्ति को परेशान कर सकते हैं।

बाद परेशान करते हैं ये 9 हेल्थ इशूज़

थकान

यह एक ऐसा लक्षण है, जिससे हर एक कोविड मरीज़ गुज़रा है। जिसे भी कोरोना संक्रमण होता है, वह व्यक्ति लंबे समय तक थकान से जूझता है। यह संक्रमण मरीज़ की ऊर्जा को ख़त्म कर देता है, जिससे रोज़ के आसान काम करना भी मुश्किल हो जाता है।

न्यूरोसाइकिएट्रिक समस्याएं

कोविड संक्रमण के न्यूरोलॉजिकल प्रभावों के बारे में चर्चा कम होती है। हालांकि, न्यूरोसाइकिएट्रिक लक्षण जैसे सिर दर्द, ध्यान से जुड़ा विकार, सुगंध का न महसूस होना, ब्रेन फॉग कई मरीज़ों में रिकवरी के बाद देखा गया है। इस तरह की दिक्कतें लोगों में लंबे समय तक रहती हैं, जिससे लोग परेशान होने लगते हैं।

दिल की बीमारी

जब से महामारी शुरू हुई है, दिल की बीमारियों के मामले तेज़ी से बढ़े हैं। इसमें सबसे चिंताजनक बात यह है कि दिल से जुड़ी दिक्कतें युवाओं में भी देखी जा रही हैं। एक शोध के मुताबिक, कोविड के बाद से हार्ट फेलियर के मामले 72 प्रतिशत बढ़े हैं। सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और धड़कनों का बढ़ना आमतौर पर लोगों में एक कोविड संक्रमण के बाद देखा जाता है।

निमोनिया

निमोनिया जैसी फेफड़ों से जुड़ी जटिलताओं के कोविड में परेशान करने की संभावना ज़्यादा और ख़तरनाक होती है। कोविड-19 संक्रमण की वजह से फेफड़े बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं, जिसमें गंभीर मामलों में निमोनिया और एक्यूट रेस्पीरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम शामिल है। सेप्सिस भी कोविड-19 से जुड़ी जटिलटाओं का हिस्सा है।

पाचन से जुड़े लक्षण

पेट के स्वास्थ्य पर कोविड के प्रभाव पर पहले की तुलना में अधिक ध्यान देने की ज़रूरत है। कोविड के कई लक्षण पाचन से जुड़े होते हैं। मल त्याग क्रिया में अचानक बदलाव होना, पेट दर्द और भूख न लगना कोविड से ही जुड़ा है। कोविड संक्रमण के दौरान ज़्यादातर लोग पाचन से दिक्कतों से जूझते हैं।

स्किन रैश

यह लक्षण काफी कम लोगों में देखा जाता है, लेकिन स्टडीज़ बताती हैं कि स्किन रैश और कोविड में संबंध है। अगर कोविड संक्रमण के कुछ समय बाद आप बिना वजह रैश से जूझ रहे हैं, तो इसे संक्रमण का ही संकेत समझें। कोविड के दौरान गर्दन और सीने में एक्ज़ेमा, मुंह में दानें, पस वाले चकत्ते, पिटीरायसिस रोसिया आादि देखे जाते हैं।

सांस लेने में कठिनाई

सांस लेने में दिक्कत कोविड-19 संक्रमण का बेहद आम लक्षण है। लोग अक्सर सांस फूलने और इससे जुड़ी दिक्कत के बारे में शिकायत करते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कोरोना वायरस हमारे दिल और फेफड़ों पर असर करता है, जिससे मरीज़ सांस लेने से जूझता है।

शरीर में दर्द

कोविड से जुड़ा बदन दर्द काफी गंभीर हो सकता है। संक्रमण के दौरान और बाद में भी कई लोग मांसपेशियों और जोड़ों में भयानक दर्द का अनुभव करते हैं। कुछ लोगों में दर्द हल्का होता है, तो कुछ लोगों में ये आता जाता रहता है।

लॉन्ग कोविड

कोविड से रिकवरी के बाद भी इससे जुड़े कई लक्षणों को अनुभव करने को लॉन्ग कोविड कहा जा रहा है। रिकवरी के बाद कुछ लक्षण क्यों परेशान करते हैं, इस पर अभी रिसर्च जारी है। मेटा अनेलिसिस और सिस्टमैटिक रिव्यू के अनुसार, अभी तक 50 से ज़्यादा ऐसे लक्षण हैं, जो कोविड के बाद देखे जाते हैं।

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