एक ऐसी समस्या जो टीनएज में ही नहीं बल्कि उससे बाद भी परेशान कर सकती है तो अगर आप चाहती हैं इनसे छुटकारा तो इसके लिए आपको ध्यान देना अपनी कुछ आदतों पर। जो स्किन के साथ सेहत का भी रखेंगी ध्यान।
खूबसूरत फ़्लॉलेस स्किन की है चाहत, तो इसके लिए किसी तरह के पॉर्लर ट्रीटमेंट की नहीं, बल्कि आदतों में बदलाव और सुधार की जरूरत होती है, जैसे- मेकअप हटाकर ही सोना, केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का कम इस्तेमाल, हेल्दी डाइट आदि। ऐसी बहुत ही आदतें होती हैं जिनपर हम ध्यान नहीं देते लेकिन यही हमारी चेहरे की खूबसूरती को कम करने का काम करती हैं। तो फ्लॉलेस स्किन पाने के लिए आज ही कर लें इन आदतों से किनारा। जानें यहां इनके बारे में।
चेहरे को साफ रखें और कील-मुंहासों को कभी भी हाथ से फोड़ने की गलती न करें।
– चेहरे पर मौजूद दाग-धब्बों को दूर करने के लिए बर्फ़ से मसाज करें। ये न सिर्फ़ कूलिंग इफ़ेक्ट देता है, बल्कि ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने का भी काम करता है। इससे पिंपल्स की वजह से होने वाली रेडनेस और सूजन कम होती है।
– मुलतानी मीट्टी में चंदन और गुलाबजल मिलाकर पेस्ट तैयार करें। चेहरे पर अप्लाई करें और सूखने पर धो लें।
पिंपल्स की समस्या दूर करने में दालचीनी का पाउडर भी बहुत असरदार होता है।
– नींबू- शहद से चेहरे की मसाज करें।
– एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर एलोवेरा जेल के इस्तेमाल से भी कील-मुहांसों की समस्या दूर होती है।
– हल्दी में दूध, गुलाबजल या पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे पूरे चेहरे पर अप्लाई करें।
– पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं इससे बॉडी हाइड्रेट रहती है।
फाइबर रिच फूड्स लें इससे पेट साफ रहता है। ऑयली व जंक फ़ूड को पूरी तरह से अवॉयड करें।
– 7-8 घंटे की नींद लें और तनाव से दूर रहें।
– दूध से बनी चीज़ों का खाना थोड़ा कम कर दें। क्योंकि पिंपल्स और एक्ने की समस्या ऑयली स्किन वालों को ज्यादा होती है और डेयरी प्रोडक्ट्स से ऑयल ग्लैंड्स एक्टिवेट हो जाते हैं।
– डाइट से शुगर व नमक की मात्रा कम कर दें। मीठा खाने की क्रेविंग हो तो गुड़ अच्छा ऑप्शन है। खानपान में हरी पत्तेदार सब्ज़ियों की मात्रा बढ़ाएं। पालक, ब्रोकली, नींबू, ककड़ी, मौसमी फल और विटामिन सी रिच फूड्स का सेवन जरूर करें। दिन में एक से दो बार ग्रीन टी पिएं।