गणेश चतुर्थी पर जरुर जाये सिद्धिविनायक मंदिर 

मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर भारत के फेमस मंदिरों में से एक है। ये मुंबई का फेमस आकर्षण है, जो भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां हम बता रहे हैं इस मंदिर में कैसे पहुंचे।हिंदू भगवान गणेश को समर्पित मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर काफी फेमस है। ये मंदिर भक्तों को अपनी ओर खूब आकर्षित करता है। 31 अगस्त को इस साल गणेश चतुर्थी है और इसके बाद से ही 10 दिन का गणेशोत्सव मनाया जाएगा। ऐसे में कई लोग गणपति के अलग-अलग मंदिरों में  जाते हैं। ऐसे में हम बता रहे हैं कि सिद्धिविनायक मंदिर तक कैसे पहुंचा जाए

कैसे पहुंचे सिद्धिविनायक मंदिर 

अगर आप दक्षिण मुंबई क्षेत्र में हैं, तो आप कैब या बस से जाने का ऑप्शन चुन सकते हैं। कोई भी स्थानीय ट्रेनों (मध्य, पश्चिमी, हार्बर) से मंदिर तक पहुंच सकते हैं और दादर पहुंच सकते हैं। दादर रेलवे स्टेशन से, आप प्रभादेवी पहुंचने के लिए आप टैक्सी या शेयरिंग टैक्सी ले सकते हैं। लोग आमतौर पर स्टेशन से मंदिर तक पैदल चलना पसंद करते हैं क्योंकि यह सिर्फ 15 मिनट की दूरी पर है।

इसके अलावा, पश्चिमी, मध्य और हार्बर क्षेत्रों से कई बसें भी मिलती हैं जो आपको दादर/प्रभादेवी ले जाएंगी। दादर से प्रभादेवी की दूरी महज 2.5 किमी है और शेयर कैब से मंदिर तक पहुंचने में सिर्फ 10 से 15 मिनट लगते हैं।

कैसे पहुंचे सिद्धिविनायक मंदिर 

अगर आप दक्षिण मुंबई क्षेत्र में हैं, तो आप कैब या बस से जाने का ऑप्शन चुन सकते हैं। कोई भी स्थानीय ट्रेनों (मध्य, पश्चिमी, हार्बर) से मंदिर तक पहुंच सकते हैं और दादर पहुंच सकते हैं। दादर रेलवे स्टेशन से, आप प्रभादेवी पहुंचने के लिए आप टैक्सी या शेयरिंग टैक्सी ले सकते हैं। लोग आमतौर पर स्टेशन से मंदिर तक पैदल चलना पसंद करते हैं क्योंकि यह सिर्फ 15 मिनट की दूरी पर है।

इसके अलावा, पश्चिमी, मध्य और हार्बर क्षेत्रों से कई बसें भी मिलती हैं जो आपको दादर/प्रभादेवी ले जाएंगी। दादर से प्रभादेवी की दूरी महज 2.5 किमी है और शेयर कैब से मंदिर तक पहुंचने में सिर्फ 10 से 15 मिनट लगते हैं।

मंदिर में हैं दो गेट

मंदिर के दो एंट्री गेट हैं, सिद्धि द्वार और रिद्धि द्वार। सिद्धि गेट मुफ्त प्रवेश की अनुमति देता है जो ज्यादा भीड़ को आकर्षित करता है, रिद्धि गेट में छोटी लाइन होती हैं लेकिन यहां जाने के लिए आपको रुपये देकर एंट्री मिलती है। मंदिर में वरिष्ठ नागरिकों, शिशुओं वाली माताओं, एनआरआई और विशेष रूप से विकलांग लोगों के लिए भी विशेष व्यवस्था है। जो लोग लंबी कतारों में इंतजार नहीं करना चाहते, वे रुपये देकर दर्शन का ऑप्शन चुन सकते हैं।

क्या है टाइमिंग

इस मंदिर में मंगलवार को खूब भीड़-भाड़ होती है। इसलिए, अगर आप मंगलवार को यात्रा की प्लानिंग बनाते हैं, तो भक्तों की भारी भीड़ के लिए तैयार रहें। यहां सुबह 5:30 बजे से रात 9:50 बजे तक जा सकते हैं। 

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