दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्राओं को प्रदर्शन और नारेबाजी करना भारी पड़ा है। छात्रावास खाली कराने को लेकर छात्राओं ने कुलपति के खिलाफ जो प्रदर्शन किया था, उसके बाद उनसे माफीनामा लिखवाया गया है। कुछ छात्राओं को चिह्नित भी किया गया है।
लक्ष्मीबाई छात्रावास की छात्राओं के अनुसार पहचान उजागर न हो इसके लिए उन्होंने मुंह बांधकर प्रदर्शन किया। पहले दिन तो कुछ नहीं कहा गया, लेकिन बृहस्पतिवार को अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने के बाद जब वह छात्रावास पहुंचीं तब वार्डन ने जमकर उनकी क्लास लगाई।
प्रदर्शन में शामिल होने वाली सभी छात्राओं से माफीनामा भी लिखवाया गया। उनमें से एक छात्रा ने बताया कि 16 छात्राओं के नाम भी लिखे गए हैं। इससे छात्राएं मानसिक रूप से परेशान हो गई हैं। उन्हें डर है कि अगले सेमेस्टर में उनका नंबर काट लिया जाएगा।
इस डर को जब उन्होंने अपने अभिभावकों से साझा किया। तब से अभिभावक भी बेटियों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। अगली बार छात्रावास मिलेगा कि नहीं इस बात की चिंता भी छात्राओं को सता रही हैं।
बता दें कि मंगलवार को विश्वविद्यालय में अलकनंदा और रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास की छात्राओं ने 31 मई तक छात्रावास सामान सहित खाली करने के आदेश के खिलाफ कुलपति कार्यालय के बाहर मुंह बांधकर प्रदर्शन किया था। उस दिन कुलपति से मुलाकात नहीं होने के कारण वह फिर बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय गेट के सामने एकजुट होकर प्रदर्शन करते हुए कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की थीं।
चुनाव के माहौल में एक स्थान पर भीड़ जुटने के कारण पुलिस ने छात्राओं को समझाने की कोशिश भी की। हालांकि बाद में कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने छात्राओं को सामान रखने के लिए कमरे की व्यवस्था करने की बात करने का आश्वासन दिया था।
उन्होंने कहा था कि इस बार छात्रावास का आवंटन जुलाई में ही होगा। सीजीपीए के आधार पर आवंटन के बारे में दोबारा विचार किया जाएगा साथ ही छात्राओं के हितों का ख्याल करते हुए फैसला लिया जाएगा।
लक्ष्मी बाई छात्रावास वार्डन उषा सिंह ने बताया कि मरम्मत के लिए छात्रावास खाली करने के लिए कहा गया है। इस बात को लेकर छात्राओं ने प्रदर्शन किया था। छात्राओं को डांटा नहीं गया है। मानकों को पूरा करने वाली छात्राओं को फिर से कमरा मिलेगा। छात्राओं से माफीनामा सिर्फ चुनाव की आचार संहिता भंग करने के लिए लिखवाया गया है। ताकि आगे उनका भविष्य सुरक्षित रहें।